सीतापुर। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियन्त्रण एवं दस्तक अभियान के संबंध में जनपद स्तरीय अन्तर्विभागीय समीक्षा बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि 01 जुलाई से संचारी रोग अभियंत्रण अभियान चलेगा, जिसको लेकर सभी तैयारियों की गतिविधियां कराया जाना जरूरी है। बरसात का समय है और आगे ज्यादा बरसात होनी है।
बरसात के बाद मच्छर पैदा होने की ज्यादा सम्भावना रहती है, इसकी रोकथाम करना है। अभी से ही फागिंग करायी जाये ताकि मच्छर बहुत अधिक मात्रा में पैदा न हों। तालाबों एवं नालों की साफ-सफाई कराते रहें। जे0ई0 एवं ए0ई0 के मरीजों को गांवों में चिन्हित करें, वहां पर क्या-क्या करने की आवश्यकता है, वह सब करायी जायें। जिन तालाबों में अवैध कब्जा है, उनकी पैमाईश कराते हुये कब्जा हटाया जाये। उन्होंने संबंधित को निर्देश दिये कि हैण्डपम्प के आस-पास जहां पानी इकट्ठा होता है।
वहां पर सोख्ता बनाया जाये ताकि पानी एक जगह पर एकत्र न होने पाये। नाले व नालियों में पानी का बहाव अच्छा होना चाहिये। जहां-जहां पर बीमारियां फैलने की आशंका ज्यादा रहती है वहां पर एंटीलार्वा का छिड़काव करा दिया जाये। गांवों में भी निरन्तर साफ-सफाई कराते रहें। आशा एवं ए0एन0एम0 घर-घर जरूर जायें तथा बीमारियों की जानकारी के साथ वजन आदि चीजें देखी जायें और उससे बचने हेतु उपायों को बताया जाये।
सभी विभाग अपनी-अपनी प्रगति रिपोर्ट आगे से जरूर प्रस्तुत करें। उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की स्थिति की जानकारी करते हुये निर्देश दिये कि बच्चों को छोटी-छोटी गतिविधियां कराते रहे। स्कूलों में पानी की टंकियों की साफ-सफाई स्कूल खुलने से पहले ही करा ली जाये तथा गन्दे पानी को पीकर बच्चे बीमार न पड़े। स्कूलों के पास झाडि़यां भी कटवा दी जाये तथा नालियों को भी साफ करा दिया जाये। बच्चा यदि 03-04 दिन से स्कूल नही आ रहा है तो उसकी भी जानकारी ली जाये।
अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित किया कि एंटीलार्वा का छिड़काव जरूर करायें तथा जो बड़े वार्ड है उन्हें चिन्हित करते हुये वहां की साफ-सफाई करायें। पशुपलान विभाग की समीक्षा करते हुये निर्देशित किया कि जो गतिविधियां है वह करायी जायें। सूकर पालन शहर व धार्मिक स्थलों के आस-पास में न किया जाये। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र व घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सूकर पालन निषेध है, यदि कोई ऐसे जगहों पर सूकर पालन करता हुआ पाया जाये तो उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाये।
जिलाधिकारी ने दस्तक अभियान की समीक्षा करते हुये संबंधित को निर्देशित किया कि आशाओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का निरीक्षण शतप्रतिशत होना चाहिये। फाइलेरिया के मरीजों की जानकारी लेते हुये संबंधित को निर्देशित किया कि जो दवा जिस उम्र के लोगों को खानी है उस पर कलर कोडिंग के साथ उस पर लिख दिया जाये ताकि लोगों को किसी प्रकार की दवा खाने दिक्कत न हो। दवाओं के छोटे-छोटे पैकेट बना लिये जायें। सभी लोग टीम भावना के साथ कार्य करें और फाइलेरिया को जनपद से बिल्कुल खत्म करें। इसके लिये लोगों में जागरूकता भी फैलायी जाये। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 मधु गैरोला, जिला पंचायत राज अधिकारी मनोज कुमार, एम0ओ0आई0सी0 सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।