
कानपुर। गुलाबी नोटों को कभी सहेजने वाले आज उसे बदलने के लिये मचल रहे है। हालाकिं नोट बंदी की तरफ पहले दिन बेंकों में नोट बदलने के लिये उतनी मारामारी नही रही। या यूं कहे के बड़े स्तर पर बड़े कारोबारियों ने नोटों को खपाने का पूरा इंतजाम कर लिया है।
मंगलवार से शहर के सभी बैंकों में दो हजार हजार रुपए के नोट एक्सचेंज करने या जमा करने को लेकर आज पहला दिन है। ज्यादातर शहर की ब्रांचों में रूटीन कस्टमर ही बैंक पहुंच रहे हैं। अपने अकाउंट में 2 हजार के नोट जमा करने और एक्सचेंज करने वालों की संख्या बेहद कम है। ऐसे में किसी भी ब्रांच में एक्स्ट्रा काउंटर नहीं लगाए गए हैं। सभी बैंकों की 619 ब्रांचों में रुपए जमा किए जा रहे हैं।
बैंक आॅफ बड़ौदा में एक बुजुर्ग ही अपने पीपीएफ अकाउंट में 2 हजार के नोट जमा करने पहुंचे। कैश काउंटर में पैसा डिपॉजिट करने की लाइन में 3 कस्टमर खड़े थे। इनमें एक बुजुर्ग गुलाब सिंह 2 हजार रुपए के नोट जमा करने के पहुंचे थे। पूछने पर उन्होंने बताया कि घर में बस यही नोट थे। अब इनको अपने पीपीएफ अकाउंट में जमा करने के लिए आए हैं। हालांकि एसबीआई में फॉर्म नहीं, लेकिन रजिस्टर रखा गया है।
व्यक्ति चाहे तो अपनी डिटेल दे सकता है, लेकिन बाध्यता नहीं है। इसी प्रकार अन्य बैंकों में 5 लोग कैश जमा करने की लाइन में लगे थे। इसमें 4 लोगों को दो-दो हजार के नोट एक्सचेंज करने थे। यहां भी रजिस्टर में नोट जमा करने वालों की में एंट्री की जा रही है। उनके बैंक अकाउंट फोन नंबर और नोट की डिटेल भी नोट की जा रही है। यहां भी किसी भी तरह की कोई ज्यादा भीड़ नहीं थी। सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया, बैंक आॅफ बड़ौदा जैसे बड़े बैंकों ने फॉर्म के साथ आईडी देने वालों को ही नोट एक्सचेंज करने का फैसला किया है।
अकाउंट होल्डर अपने बैंक अकाउंट में जितना चाहे 2 हजार रुपए के नोट के माध्यम से पैसा जमा कर सकता है। अगर दूसरे के अकाउंट में कोई पैसा जमा करने पहुंचता है तो डिपॉजिट स्लिप के साथ जमाकर्ता को अपनी आईडी लगानी होगी। वहीं सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया और बैंक आॅफ बड़ौदा ने नोट एक्सचेंज करने वालों को फॉर्म भरना होगा और 7 आईडी में से कोई एक आईडी देनी होगी।सेंट्रल बैंक के रीजनल हेड मनोज श्रीवास्तव के मुताबिक नोट बदलने व जमा करने को लेकर पूरी तैयारी है, फिर भी अनुमान से अधिक भीड़ होती है तो अलग से काउंटर बनाने का निर्णय तुरंत लिया जाएगा।










