लखीमपुर खीरी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिलेभर में नव जन्मी कन्याओं का जन्मोत्सव रंग से सराबोर होकर मनाया गया। प्रशासन की पहल पर कन्याओं के जन्म लेने पर परिजनों में खुशियां और उत्साह देखने को मिला। होली से पूर्व जिले में नव जन्मी कन्याओं का बर्थ डे पर जिला महिला चिकित्सालय समेत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रशासनिक अफसरों, चिकित्साधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में कन्याओं के अभिभावकों ने केक काटा। कन्याओं के माता पिता को बेबी किट भी प्रदान की। वही प्रशासन ने होली के पर्व के मद्देनजर रंग, गुलाल सहित गुझिया का भी वितरण किया।
रंग से सराबोर हुए चिकित्सालय, कन्या जन्मोत्सव पर काटा केक, बाटी बेबी किट
जिला महिला चिकित्सालय में डीपीओ संजय कुमार निगम ने कन्या जन्म उत्सव आयोजन की स्वयं कमान संभाली, जिसमें उप जिलाधिकारी सदर श्रीमती श्रद्धा सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ज्योति मल्होत्रा ने अपने सम्मुख सभी नव जन्मी कन्याएं के माता-पिता को बेबी किट एवं अन्य सामग्री का वितरण किया। इस दौरान अफसरों ने रंग लगाकर बेटी की जन्म पर शुभकामनाएं दी।
एसडीएम श्रद्धा सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में जनपद में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बेटियों के प्रति अभिभावकों में सकारात्मक दृष्टिकोण उत्पन्न करने एवं संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से अधिकारियों की तरफ से जनपद में विभिन्न स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। डीपीओ संजय कुमार निगम ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में नव जन्मी बालिकाओं के अभिभावकों को बधाई पत्र दिया, तथा उनसे आग्रह किया गया कि बिना किसी भेदभाव के अपनी बेटियों का लालन-पालन करें, सरकार से मिलने वाली सभी योजनाओं का हर किसी को लाभ पहुंचेगा।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फूलबेहड़ में जिला समन्वयक निक्की गुप्ता के संयोजन में कन्या जन्मोत्सव का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें कन्याओं के अभिभावकों को माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया। चिकित्सा अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में केक काटकर जन्मदिन को विशेष बनाया गया। जिला समन्वयक निक्की गुप्ता ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों के अस्तित्व को बचाना एवं उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
इसके साथ शिक्षा के माध्यम से लड़कियों को सामाजिक और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाना है। लोगों को बेटियों के प्रति जागरुक करना एवं महिलाओं के लिए कल्याणकारी सेवाएं वितरित करने में सुधार करना है। उल्लेखनीय है कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना के तहत पूरे जिले में एक साथ बड़े पैमाने पर कन्या जन्मोत्सव का आयोजन हुआ। इस आयोजन के समन्वय, संयोजन के लिए डीपीओ ने सभी अधीनस्थ कार्मिकों की ड्यूटी भी लगाई गई।