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बांदा। नरैनी विधायक पर आरोप लगाकर अनशन कर रहे दिव्यांग को जब नरैनी पुलिस ने अशोक लाट से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया तो ब्राह्मण समाज में उबाल आ गया है। ब्राह्मण चेतना समिति ने मोर्चा संभालते हुए रविवार को जहां बैठक करके आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की, वहीं सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
ब्राह्मण चेतना समिति के मंडल अध्यक्ष एपी मिश्रा व जिलाध्यक्ष ए.एन.अवस्थी की अगुवाई में समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेज कर पीड़ित ब्राह्मण परिवार को न्याय दिलाने और कानूनी संरक्षण दिलाने की मांग की है। ज्ञापन में ब्राह्मण के लोगों ने बताया है कि पीड़ित बुद्धिविलास तिवारी पूरी तरह से दिव्यांग है और चलने फिरने में असमर्थ है। ऐसे में उसके ऊपर कथित रूप से जान से मारने की धमकी देने और रंगदारी मांगने जैसे आरोप पूरी तरह से मिथ्या हैं। पीड़ित की पत्नी प्रमिला देवी बताती हैं कि मामला नरैनी के जवाहर नगर स्थित एक मकान का है, जिस पर कथित तौर पर नरैनी विधायक की नियत खराब है और उनके पति व देवर पर मकान बेचने का दबाव बना रहे हैं।
इस प्रकरण को लेकर पीड़ित ने परिवार के साथ शहर के अशोक लाट में अनशन शुरू किया तो नरैनी पुलिस ने अनशन स्थल पर पहुंचकर पीड़ित दिव्यांग व उसके पुत्र को जबरन उठा ले गए और एक फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया। ब्राह्मण चेतना समिति ने डीएम व एसपी को ज्ञापन सौंपकर प्रकरण की जांच कराने और ब्राह्मण समाज के पीड़ित दिव्यांग को न्याय दिलाने की मांग बुलंद की है। ज्ञापन देने वालों में समित के महामंत्री बीएन शर्मा, जगत प्रसाद त्रिपाठी, सुरेंद्र मिश्रा पप्पू, फूल मिश्रा आदि शामिल रहे।