दैनिक भास्कर समाचार सेवा
हरिद्वार। अपराधियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिशों पर पुलिस ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस विभाग की और अपील भी की गई है कि बिना सत्यता जाने सांप्रदायिक भावना भड़काने वाली पोस्ट पर कमेंट ना करें। चेतावनी में पुलिस की और से कहा गया है कि हरिद्वार पुलिस अपराध नियंत्रण
के लिए लगातार कदम उठ रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
इसमें संगठित अपराधियों की नकेल कसने के साथ नशे के खिलाफ कार्रवाई तथा ट्रैफिक व्यवस्था सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पिछले एक माह में 150 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट जबकि 100 से अधिक अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की गई है, जो कि वर्तमान में भी जारी है। जिससे परेशान आपराधिक प्रवृत्ति के ऐसे लोगों से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े व्यक्तियों की ओर से विगत कुछ समय से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हुए हरिद्वार पुलिस की कार्यवाही को नकरात्मक व कुछ घटनाओं को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। जो कानून के विरुद्ध है। अवांछनीय गतिविधि यों अथवा अवैध वसूली आदि धंधों में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना निश्चित है।
धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली सभी टिप्पणियां पुलिस के रडार पर हैं एवं अधिकतर मामले विवेचनाधीन हैं। हरिद्वार पुलिस की सोशल मॉनिटरिंग सेल सक्रिय है जो प्रत्येक स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट की ओर से हेट
स्पीच मामलों पर कड़ी कार्रवाई के लिए स्पष्ट आदेश दिया गया है। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि सभी से अपेक्षा की जाती है कि सोशल मीडिया साइट पर कमेंट या पोस्ट करते समय सबसे पहले पोस्ट की सत्यता जान लें उसके बाद ही कमेंट करें एवं भाषा, शब्दों के चयन काल विशेष ध्यान रखें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
पुलिस ने कोचिंग सेंटर संचालकों को दिए दिशा निर्देश
हरिद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र के कोचिंग संचालकों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश जारी किए। कोचिंग संचालकों के साथ बैठक करते हुए कोतवाल प्रभारी आरके सकलानी ने भविष्य में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संवैधानिक गतिविधियों से दूर रहें। छात्राओं को अनिवार्य रूप से गौरा शक्ति महिला सुरक्षा रजिस्टर कराएं।
अनुपस्थित छात्र-छात्राओं के परिजनों को तत्काल सूचित करे। नाबालिग बच्चों को दुपहिया वाहन के बजाए साइकल का
प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें। सभी कोचिंग सेंटर में सीसीटीवी कैमरे लगाएं। कैमरे इस प्रकार लगाएं कि जिससे की पार्किंग और सड़क दोनों कवर हो सकें।