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बांदा। कटखने बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। कटखने बंदर अब तक कई लोगों पर हमला बोलकर उन्हें जख्मी कर चुके हैं। एकांत स्थानों से आवाजाही में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फसलों के साथ कच्चे घरों को बंदर काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से बंदरों के आतंक से निजात की मांग की है।
फसल के साथ कच्चे घरों को पहुंचा रहे नुकसान
बिसंडा ब्लाक अंतर्गत शिव गांव में पिछले एक साल से कटखने बंदरों का आतंक बढ़ गया है। सुबह होते ही बंदरों के झुंड मोहल्लों में घुस जाते हैं। बंदर बेखौफ होकर लोगों की छतों व घरों में घुसकर खाद्य सामग्री उठा लेते हैं। विरोध करने पर बंदर लोगों पर हमला करने में देर नहीं लगाते। अब तक कई लोग बंदरों के हमले में जख्मी हो चुके हैं।
दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं ग्रामीण
बंदरों के तारों में झूलने से आए दिन तार टूटने से नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एकांत मार्गो पर बंदरों के झुंड के बीच से गुजरने में स्कूली बच्चे व अन्य लोग भयभीत हो रहे हैं। इसके अलावा धावा बोल कर वानर सेना खेतों में बोई गई फसलों व फलों को नुकसान पहुंचा रही है। गांव के सुधीर वाजपेई ने बताया कि गांव में कोई भी कच्चा घर बंदरों के उत्पात से बचा नहीं है। प्रशासन से बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।