मिर्जापुर। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए अनेकों कार्यक्रम आयोजित कर चुका है देश की सड़को पर पुरानी पेंशन बहाली मांग की आवाज को हर दिन बुलंद करने का प्रयास किया जा रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि वर्तमान समय में पुरानी पेंशन बहाली मुद्दा देश का सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है। एक तरफ मात्र एक दिन के कार्यकाल में विधायक सांसद जीवन भर पुरानी पेंशन लाभ के हकदार हो जाते है, दूसरी तरफ देश के सरकारी कर्मचारी अपने जीवन के 30 वर्ष देश सेवा में समर्पित करता है। इसको एनपीएस काला कानून व्यवस्था जो बाजार आधारित व्यवस्था है, जो बुढ़ापे का सहारा न होकर टेंशन है। इस एनपीएस रूपी काला कानून व्यवस्था को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
अब समय आ गया है कि पुरानी पेंशन बहाली मांग को गंभीरता पूर्वक विचार करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से वार्ता की जाए पुरानी पेंशन बहाली के लाभ पर अच्छी तरह से चर्चा की जाए देश से एनपीएस काला कानून का नामो निशान मिटाने के लिए वार्ता जरूरी है। बीपी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों की है। जिनमे कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, डाक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी, बैंक कर्मी, पुलिस कर्मी, रेलवे कर्मी, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के माध्यम से हर दिन संघर्ष कर रहे है। राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब सरकार के द्धारा पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय लेने पर देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों में उत्साह है। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि 2024 से पहले मोदी जी को पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय लेना होगा।
इसी मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने निर्णय लिया है कि एक बार मोदी जी भेंट की जाए और अनुनय विनय के साथ निवेदन किया जाए कि पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय लिया जाए। उसके बाद भी केंद्र सरकार कोई निर्णय नहीं लेती तो आर पार की लड़ाई के लिए देश के कार्मिकों को तैयार रहना होगा। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा नई दिल्ली में 75 लाख एनपीएस कार्मिकों के परिवार सहित बड़ा आंदोलन करेगा, जिसमे संसद मार्च किया जाएगा इसके लिए देश के अन्य संगठनों से भी चर्चा हो रही है जिसमे मुख्य रूप से ज्वाइंट एक्शन कमेटी जिसके मुख्य संयोजक शिव गोपाल मिश्र है रेवले रेलवे संगठन, आल इंडिया बैंक एसोसिसेशन राज्यों के संगठन सहयोग करेगे। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों में डा अनिल स्वदेशी, संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, राकेश कंधारिया, आशीष मणि त्रिपाठी, विक्रम सिंह रावत, मुकेश प्रसाद बहुगुणा, सीताराम पोखरियाल, डा पंकज प्रजापति, अछूतानंद हजारिका, मिलिंद बिस्ट, जगदीश यादव, अंकुर त्रिपाठी? विमलेश अग्रहरि, शशि रंजन, मृग नयनी सलाथिया, गुल जुबेर डेंग सभी मुख्य रूप से भागीदारी करेगे।