दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी गुरुवार को जिला अस्पताल पहुंचकर यहां भर्ती उस पीड़िता से मिले जो तीन दिन पूर्व अस्पताल के शौचालय में अर्धनग्न अवस्था में पाई गई थी। विक्षिप्त किशोरी को जिला अस्पताल के ही एक सरकारी कर्मचारी ने शौचालय में ले जाकर अपनी हवस का शिकार बनाने का प्रयास किया था, जो बाद में पकड़ा भी गया। प्रांतीय अध्यक्ष श्री सिद्दीकी ने पीड़िता का हालचाल जाना और इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
पीड़िता से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे प्रांतीय कांग्रेस अध्यक्ष
प्रांतीय अध्यक्ष ने बताया कि पीड़िता इस समय बात करने की स्थिति में नहीं है। यह स्पष्ट हो चुका है कि मेडिकल स्टाफ ने ही इस मंदबुद्धि किशोरी को हवस का शिकार बनाने की कोशिश की। इसे बीमार हालत में आरपीएफ ने भर्ती कराया था, जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अस्पताल के कर्मचारियों की थी, लेकिन रक्षक ही भक्षक बन गए। बताया कि जानकारी करने पर पता चला है कि अभी तक इस किशोरी की मेडिकल जांच तक पूरी नहीं हुई है। श्री सिद्दीकी ने कहा कि राजनीति से परे हटकर मानवता के नाते कांग्रेसी इस घटना की निंदा करते हैं।
सरकार को चाहिए कि इस मामले में ठोस कदम उठाए, ताकि महिलाओं और बेटियों की आबरू सुरक्षित रहे। कहा कि इस घटना के लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है क्योंकि अस्पताल सरकार के अधीन होते हैं और यहां मरीजों की सुरक्षा व्यवस्था का दायित्व भी सरकार का ही है। कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की घटनाएं उत्तर प्रदेश में निरंतर हो रही हैं। हाथरस में हुई घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि वहां एक नाबालिग दलित बेटी की इज्जत लूटी जाती है।
इसके बाद उसकी हत्या कर दी जाती है। प्रशासन ने बिना परिजनों को जानकारी दिए रात में 2 बजे डीजल-पेट्रोल डालकर हवस की शिकार लड़की के शव को जलवा दिया। आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि प्रशासन को आधी रात में किशोरी की लाश जलवानी पड़ी। उन्होंने कहा कि यह सब केवल इसलिए किया गया, ताकि सरकार अपनी नाकामियों को छुपा सके। इसी तरह की प्रदेश में अन्य कई घटनाएं घट चुकी हैं, जिन पर सरकार पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। घटना की शिकार पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
सपा प्रतिनिधि मंडल भी पीड़िता से मिलने गया
समाजवादी प्रतिनिधि मंडल भी गुरुवार को जिला अस्पताल में भर्ती इस अर्द्धविक्षिप्त किशोरी से मिलने गया। डॉक्टर को बुलाकर हालचाल जाना। सपा प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि इस घटना से जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों और तीमारदारों की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
सरकार को चाहिये कि ऐसे मरीजों की सुरक्षा का प्रबंध करे, जिनका इस दुनिया में कोई नहीं है। प्रतिनिधि मंडल ने पीड़िता की हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। प्रतिनिधि मंडल में सपा जिलाध्यक्ष विजयकरन यादव, जिला उपाध्यक्ष अशोक श्रीवास, युवा नेता ओमनारायण त्रिपाठी विदित, विद्यासागर तिवारी, प्रदीप सिंह परिहार बउवा, सिद्धार्थ गुप्ता, नासिर खां, नगर अध्यक्ष महिला सभा नीलम गुप्ता, अनुराधा प्रदीप जड़िया आदि मौजूद रहे।