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बांदा। डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। डेंगू संभावित मरीजों की जांच में तेजी लाने के लिए अब मलेरिया विभाग भी बुखार पीड़ित मरीज का सैंपल लेकर अपनी लैब में किट से जांच करेगा। डेंगू संभावित होने पर मरीज का एलाइजा टेस्ट करवाया जाएगा। इसके लिए मलेरिया विभाग को चार किट मिली हैं।
लैब में जांच के बाद कुछ घंटों में ही मरीज को मिलेगी रिपोर्ट
जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार ने बताया कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में टीमें रोजाना घर-घर जाकर निरीक्षण कर रही हैं। बुखार के मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए अस्पताल भेजे जा रहे थे। सैंपलिंग में देरी हो जाने पर अस्पताल की पैथोलॉजी लैब बंद हो जाती थी। जिससे दूसरे दिन सैंपल दे पा रहे थे। इसकी वजह से रिपोर्ट के लिए दो से तीन दिन का इंतजार करना पड़ रहा था। इलाज में भी कुछ देर हो जाती थी। लेकिन अब शासन द्वारा मलेरिया विभाग को चार एनएस-1 किट मुहैया कराई गई।
डेंगू संभावित मिलने पर होगी एलाइजा जांच
शहरी क्षेत्र सहित बड़ोखर, नरैनी व बबेरू क्षेत्र में एक-एक किट दी जाएगी। क्योंकि यहां डेंगू के मरीज ज्यादा निकल रहे हैं। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि शनिवार को टीमें स्वराज कालोनी, स्टेडियम वाली गली, शंकर नगर, कालू कुआं, गूलर नाका व हुसैनगंज में 185 घरों का निरीक्षण किया गया। यहां 792 बर्तनों को चेक किया गया। एक गृहस्वामी को नोटिस दिया गया है। मलेरिया विभाग के लैब टेक्नीशियन ब्रज बिहारी ने बताया कि बुखार पीड़ित मरीजों को एकत्रित कर किट से डेंगू की जांच होगी। एक किट से 10 लोगों की जांच की जाएगी। इसमें डेंगू संभावित मिलने पर एलाइजा जांच के लिए मरीज को जिला अस्पताल भेजा जाएगा। शनिवार को कोई भी बुखार का रोगी नहीं मिला है।