दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। खटान पेयजल परियोजना बुंदेलखंड के इस जनपद में प्रदेश की सबसे बड़ी ग्रामीण पेयजल योजनाओं में शुमार होने जा रही, जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। प्रमुख सचिव नमामि गंगे, ग्रामीण जलापूर्ति विभाग व जल निगम के एमडी ने इन दोनों परियोजनाओं का निरीक्षण किया और कार्य को तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिये।
खटान परियोजना का काम तकरीबन पूरा, अमलीकौर का काम 90 फीसदी पार
महर्षि वामदेव की तपोभूमि को योगी सरकार अब तक का सबसे बड़ा तोहफा देने जा रही है। इस भूमि पर रहने वाले जन-जन को नल से जल पहुंचाने की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इस योजना से कई गांवों में पेयजल आपूर्ति का ट्रायल रन भी शुरू कर दिया गया है। सरकार की हरी झंडी मिलते ही सभी गांवों में पानी की आपूर्ति निर्बाध रूप से शुरू कर दी जाएगी। वहीं, अमलीकौर पेयजल परियोजना का भी 90 फीसद से अधिक काम पूरा हो गया है। 10 प्रतिशत फिनिशिंग का कार्य कराया जा रहा है।
दोनों परियोजनाओं से 617 गांव के 10,88, 835 से ज्यादा लोगों की बुझेगी प्यास
गुरुवार को प्रमुख सचिव नमामि गंगे, ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव और जल निगम के एमडी डॉ.बलकार सिंह ने इन दोनों परियोजनाओं का निरीक्षण किया और कार्य को तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने परियोजनाओं के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ ही इंटेकवेल को भी देखा। आपूर्ति से पहले की जो भी तैयारी है उसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिये, ताकि दिसम्बर से गांवों में जलापूर्ति शुरू हो सके।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी दीपा रंजन भी मौजूद रहीं। अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे ने बताया कि जल जीवन मिशन की खटान व अमलीकौर पेयजल परियोजनाओं से 617 गांव में रहने वाले 10 लाख 88 हजार 835 से अधिक लोगों की प्यास बुझेगी। जल जीवन मिशन की योजना से जनपद में 2 लाख 17 हजार 767 परिवारों को नल कनेक्शन दिये जाने हैं। लक्ष्य को पूरा करने में जुटे अधिकारी 38 हजार 996 से अधिक परिवारों को नल कनेक्शन दे चुके हैं।
खटान व अमलीकौर पेयजल योजनाओं ने बदली सूखे की परिभाषा
कठिन परिस्थितियों के बीच पथरीली भूमि में घर-घर नल से जल पहुंचाकर जल जीवन मिशन योजना ने सूखे से प्रभावित बुंदेलखंड की परिभाषा ही बदल दी है। खटान पेयजल परियोजना जैसी योजनाएं भारत समेत कुछ ही देशों में हैं। 374 गांव के 14 हजार 539 परिवारों तक जलापूर्ति शुरू करा दी गई है। खटान योजना से कमासिन, बिसंडा, नरैनी, महुआ और अमलीकौर परियोजना से तिंदवारी, बबेरू, बदोखर खुर्द, महुआ में हर घर तक नल कनेक्शन दिये जाने हैं। परियोजना के तहत प्रत्येक परिवार को अधिकतम 55 लीटर शुद्ध पेयजल दिया जाएगा।
2244 किमी से ज्यादा बिछाई गई पाइप लाइन
अमलीकौर व खटान पेयजल योजनाओं से अभी तक 2244 किलोमीटर से अधिक पाइपलाइन बिछा दी गई है। अमलीकौर परियोजना में 1808 किलोमीटर व खटान परियोजना से 2914.5 किलोमीटर डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन बिछाई जानी है। योजना के तहत 1 डब्ल्यूटीपी, 1 इंटेकवेल, 1 ट्रीटमेंट प्लांट, 39 सीडब्ल्यूआर, 116 ओवरहैड टैंक निर्मित किये जा रहे हैं। अमलीकौर परियोजना में 1 डब्ल्यूटीपी, 1 इंटेक वेल, 1 ट्रीटमेंट प्लांट, 13 सीडब्ल्यूआर और 80 ओवरहैड टैंक निर्मित किये जा रहे हैं।