दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। जिलाधिकारी दीपा रंजन की अध्यक्षता में डेंगू व संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा की गई। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को डेंगू प्रभावित इलाकों में नियमित साफ-सफाई, फॉगिंग व एंटीलार्वा का छिड़काव कराने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने डेंगू से बचाव के उपायों को लेकर जागरूकता अभियान चलाने, शहरी क्षेत्र में सभासदों व संभ्रांत लोगों की बैठक करके लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए।
मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित करते जिलाधिकारी दीपा रंजन ने आरआरटी टीमों को डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में अधिक से अधिक सैंपल लेने व जांच कराने की व्यवस्था करने की हिदायत दी। कहा कि डेंगू से बचाव व इलाज के लिए डेंगू वार्ड में बेड बढ़ाए जाएं, जांच का दायरा बढ़ाया जाए और अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ब्लड व प्लेटलेट्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने संचारी रोंग और डेंगू से बचाव के लिए सोर्स रिडेक्शन टीमों को नियमित भ्रमण कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने की हिदायत दी।
डीएम ने संचारी रोग नियंत्रण की बैठक में दिए आवश्यक दिशा निर्देश
डीएम ने जिले में प्रतिदिन डेंगू के सैंपल की जांच की रिपोर्ट प्राप्त की। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीब लोगों के पांच लाख रुपये की धनराशि तक निशुल्क इलाज हेतु गोल्डन कार्ड बनाये जाने के सम्बन्ध में तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। कहा कि जिन बीएलई के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर गोल्डन कार्ड बनाये जाने के कार्य में शिथिलता बरती जा रही है, उनको नोटिस देकर उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाए।
आयुष्मान भारत में अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनाने की हिदायत
उन्होंने ग्राम पंचायत सहायकों के माध्यम से भी गोल्डन कार्ड बनाये जाने एवं उनको प्रशिक्षित कर तथा बायोमैट्रिक मशीन उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनिल श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसएन मिश्रा सहित सम्बन्धित अधिकारी गण उपस्थित रहे।