दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में कुलपति ने कहा कि ग्रामीण युवकों के लिये रोजगारपरक प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाये। अन्य वक्ताओं ने अलसी व कठिया गेहूं की खेती पर जोर देने का सुझाव दिया। प्राकृतिक खेती के बेहतर प्रचार.प्रसार के लिये भी प्रेरित करने करने की सलाह दी गई।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रशिक्षण हॉल में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में नवंबर 2021 से अक्टूबर 2022 की प्रगति आख्या की समीक्षा के साथ ही नवंबर 2022 से दिसंबर 2023 तक की वार्षिक कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति एनपी सिंह ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र को जनपद के सभी विकास खंडों की भूमिए जलवायु एवं फसल पद्धति पर किसानोपयोगी तकनीकों का संपूर्ण पैकेज के साथ प्रदर्शन आयोजित कराये जायें।
जनपद में जलवायु अनुकूल उत्तम तकनीकों का रिफाइन करने के बाद किसानों के प्रक्षेत्र पर परीक्षण के लिये लगायें और ग्रामीण युवकों के लिये रोजगारपरक प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाये। कार्य समीक्षा के बाद वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सभी सदस्यों ने अपने सुझाव दिये। डॉ के वाजपेयी ने अलसी व कठिया गेहूं की खेती पर जोर देने का सुझाव दिया। उन्होंने प्राकृतिक खेती के बेहतर प्रचार.प्रसार के लिये प्रेरित किया।
उपनिदेशक पशुपालन डॉण्मनोज अवस्थी ने नस्ल सुधार के लिये बुंदेलखंड की देशी नस्लों के इस्तेमाल की बात की। साथ ही किसानों को बकरी पालन व मुर्गी पालन विषय पर अधिक से अधिक प्रशिक्षण आयोजित होने चाहिये। कार्यक्रम में सह निदेशक प्रसार डॉण्जीएस पवारए अधिष्ठाता वानिकी डॉण्संजीव कुमारए डॉण्मयंक दुबेए राजेंद्र कुमारए जिला उद्यान अधिकारी प्रतीक चौबेए उप निदेशक पशुपालन मनोज अवस्थी समेत प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।