दैनिक भास्कर न्यूज
बांदा। करीब तेरह माह से अधिक समय तक जिले के मुखिया के रूप धुआंधार पारी खेलने के बाद आखिरकार जिलाधिकारी अनुराग पटेल आउट हो गए। हालांकि डीएम अनुराग अपने विशेष और अनूठे अभियानों के लिए जिले में हमेशा याद किए जाएंगे। चाहे वह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव अभियान की सफलता हो या फिर तालाबों का सुंदरीकरण और तालाबों से जलकुंभी हटाने का अभियान हो।
16 सितंबर 2021 को कार्यभार संभालते ही डीएम ने दिखा दिए थे अपने तेवर
अब डीएम अनुराग पटेल के स्थान पर 2013 बैच की आईएएस अफसर दीपा रंजन को जिले की कमान सौंपी गई है। देखना दिलचस्प होगा कि रंजन डीएम अनुराग के अभियानों को आगे ले जाती हैं या फिर वह अपनी चर्चित कार्यप्रणाली के हिसाब से जिले में कुछ खास करती हैं। 16 सितम्बर 2021 को जिलाधिकारी पद का कार्यभार संभालते ही अनुराग पटेल ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए थे। उनकी निरीक्षण एक्सप्रेस जिले में खासी चर्चित रही है।
नवेली बुंदेली, जलकुंभी हटाओ, 75 प्लस वोटिंग अभियान के लिए रहेंगे याद
डीएम अनुराग जिले की विलुप्त हो चुकी गहरार नदी, चंद्रायल नदी समेत 123 बीघा रकबे की मरौली झील को पुर्नजीवित करने का अभियान छेड़ा, जिसमें उन्हें खासी ख्याति भी मिली और उनके साथ जनता का भी जुड़ाव हुआ। वहीं पीएम मोदी के अमृत सराेवर अभियान के तहत उन्होंने जिले के चिन्हित 75 तालाबों का सुदंरीकरण कराने का काम भी तेज िकया। विधानसभा चुनाव में डीएम अनुराग ने 75 प्लस मतदान का अभियान छेड़ा तो स्वयं ही सड़कों पर निकलकर लोगों के मतदान की अपील करते दिखाई दिए। उनके प्रयास से ही विधानसभा चुनाव में जिले का मतदान प्रतिशत 60 से 65 फीसदी तक पहुंचा।
इतना ही नहीं उन्होंने गांवों के बड़े तालाबों को जलकुंभी से पटा देखा तो अपने मातहतों के साथ स्वयं तालाबों में उतर गए। इसके अलावा पठन-पाठन-पोषण अभियान, साक्षर प्रधान अभियान ने भी डीएम को आम लोगों के बीच खासी ख्याति मिली। डीएम अनुराग को उनके अभियानों की सफलता के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के स्तर से कई बार पुरस्कृत किया जा चुका है। हाल ही में सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने डीएम अनुराग को श्रेष्ठ यूपी रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। यह विडंबना ही है कि श्रेष्ठ यूपी रत्न सम्मान मिलने के एक सप्ताह बाद ही शासन ने उन्हें चलता कर दिया।
शासन स्तर से जारी सूची में डीएम अनुराग को जहां प्रतीक्षासूची में रखा गया है, वहीं जिले की नई जिलाधिकारी के रूप में 2013 बैच की आईएएस बदायूं डीएम रही दीपा रंजन को यहां की कमान सौंपी गई है। मूल रूप से बिहार के बेगूसराय जिले की रहने वाली रंजन अयोध्या में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, हापुड़ में सीडीओ, लखनऊ में एडिशनल हाउसिंग कमिश्नर और बदायूं जिले में डीएम के रूप से अपनी तेज तर्रार छवि के चर्चित रही दीपा रंजन जिले की तीसरी महिला जिलाधिकारी होंगी। इसके पहले संयुक्ता समद्दार और शीतल वर्मा जिले में जिलाधिकारी रह चुकी हैं।
चर्चित रहा ‘अनुराग’ का नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव अभियान
डीएम अनुराग पटेल ने जिले कन्याओं के जन्मोत्सव की खुशियां मनाने का बहाना तैयार किया और पूर्व पीएम भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई के जन्मोत्सव पर नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम चलाया और सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाली बच्चियों का केक काटकर जन्मदिन मनाया। धीरे-धीरे कार्यक्रम का रंग इस तरह चढ़ा कि डीएम की अनूठी पहल से प्रदेश के काबीना और राज्य मंत्रियों से लेकर विधायक, सांसद, पत्रकार और समाजसेवियों ने अस्पताल पहुंचकर कन्याओं का जन्मोत्सव मनाया और उनकी खुशियों में शरीक हुए। डीएम की इस पहल के चलते जिले में करीब 15 हजार बच्चियों का जन्मोत्सव अधिकारियों व मंत्रियों-विधायकों ने केक काटकर मनाया और उन्हें अधिकतम सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया गया।