भास्कर समाचार सेवा
मथुरा।नंदगांव के लोग अपने हर त्योहार को कान्हा के साथ मनाते हैं। आज भी दिवाली पर लक्ष्मी पूजन भी नंदभवन में दिवला दर्शन के बाद किया जाता है। दिवाली के दिन नंदभवन में संध्या आरती के बाद समाज गायन का आयोजन होता है। इसके बाद नंदभवन में बिनौरा एवं गोघृत से बनाए गए अनूठे विशाल दीपक का पूजन किया जाता है जिसे वहां के लोग दिवला कहते हैं। इसे दर्शन के लिए नंदबाबा के सर्वाेच्च शिखर पर विराजमान किया जाता है। दिवला दर्शन के बाद नंदगांव एवं आसपास के लोग अपने घरों मे लक्ष्मी गणेश पूजन करते हैं। नंदभवन के सेवायत सुशील गोस्वामी ने बताया कि आमतौर पर नंदभवन में दिवला दर्शन के बाद ही नंदगांव के लोग लक्ष्मी पूजन करते हैं। यहां के लोग इसे ही लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहुर्त मानते हैं। लक्ष्मी पूजन के बाद तमाम लोग गोवर्धन परिक्रमा के लिए चले जाते हैं। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और सेवायत रमेश चंद गोस्वामी बताते हैं कि दशकों पूर्व भरतपुर नरेश भी नंदगांव के नंदभवन में दिवला पूजन के बाद ही अपने यहां लक्ष्मी पूजन करते थे। उन दिनों भरतपुर के महल से भी नंदबाबा के शिखर पर जलते दिवला के दर्शन हो जाते थे।