श्री राम के धनुष तोडते ही लगे जय श्री राम के नारेअजीतगंज महोत्सब में हुआ धनुष यज्ञ लीला का मंचन

भास्कर समाचार सेवा
मैनपुरी/अजीतगंज। पंद्रह दिवसीय अजीतगंज महोत्सब के तहत आयोजित विशाल रामलीला समारोह के पाँचवें दिन धनुष यज्ञ लीला का मंचन किया गया। लीला देखने के लिए देर रात तक दर्शक रामलीला मैदान में डटे लीला का आनन्द लेते रहे।
शुक्रवार रात रामलीला के रंग मंच पर मुख्यतिथि प्रभा हेल्थकेयर संसारपुर के संचालक डॉ आक्रोश दीक्षित ने भगवान की आरती उतारकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर डॉ. आक्रोश दीक्षित ने बोलते हुए कहा कि भगवान राम ने सदैव मर्यादा का पालन किया था जिसके कारण उन्हे मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है।उनके चरित्र को अपने जीवन में उतारें। इसके बाद कलाकारों ने रावण वाणासुर संवाद, जनक का विलाप,लक्ष्मण जी का क्रोध,और परुशराम लक्ष्मण संवाद की लीला का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया। लीला को देख दर्शक मंत्रमुग्ध बने रहे।भगवान राम ने जैसे ही शिवजी के धनुष को तोडा पूरा रामलीला मैदान जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा।
सीता जी ने भगवान राम को जयमाल पहनाई। उसके बाद आए महर्षि परुशराम के क्रोध से सभी भयभीत हो गए।लक्ष्मण और परुशराम संवाद देखने के लिए दर्शक देर रात तक मैदान में डटे रहे। इस अबसर पर राहुल पाल,राधाकृष्ण मिश्रा,ग्रीश चन्द्र श्रीवास्तव,प्रवीण यादव,गौतम यादव,अवकान्त मिश्रा,रवि मिश्रा,तस्लीम अली,राम सेवक इलाही,गोल्डन श्रीवास्तव,सुबोध टेलर,पवन मिश्रा,राहुल दुवे आदि लोग मौजूूूद रहे। संयोजक दिगेन्द्र मिश्रा मीतू ने बताया कि रविवार को दशरथ मरण लीला का मंचन किया जाएगा।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें