भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने किया छाता क्षेत्र में फसलों का निरीक्षण

बारिश के चलते मथुरा के किसानों को फसल में भारी नुकसान

भास्कर समाचार सेवा

छाता-बेमौसम बरसात के साथ आई तेज हवा ने किसानों की पकी हुई धान की फसल कपास, बाजरे की फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है खेतों में भारी मात्रा में जलभराव हो गया है और हवा से फसलें कच्ची और पक्की पानी में डूब गई है जिससे किसानों के लिए रोजी रोटी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है जहां एक तरफ सरसों और आलू की बिजाई भी इस बारिश से समय से नहीं हो पा रही है वहीं दूसरी तरफ धान और कपास और बाजरा पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है जहां पिछले हफ्ते जमुना जी में आए जल स्तर से खादर के किसानों की धान गेहूं बाजरे की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई वहीं अब मैदानी भागों में बेमौसम बारिश और तेज हवा ने किसान को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है सभी किसान इस संकट की घड़ी में सरकार से टीम गठित करके खेतों में हुए नुकसान का जाकर मुआयना करने की। किसानों ने मांग की सरकार कम से कम ₹50000 एकड़ मुआवजा देने की मांग की गई है वही बीमा कंपनी से अपील की गई हैकिसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है बीमा कंपनी भी किसानों की मदद के लिए आगे आए नगला बुर्जा ग्राम पंचायत सेमरी का है उपस्थित किसान चंद्रपाल सिंह यदुवंशी जिला उपाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन ,वीर सिंह सूरजपाल, करण पाल ,महेंद्र सिंह ,नेमीमास्टर, बूची प्रताप ,देवीसिंह, मानसिंह ,चन्दर ,हरिचंद ,बाबू सिंह ,केलाष आदि किसानों ने सरकार से मांग की है।

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