- विधायक ने बरसात में भीगते हुए पैदल और बाइक से किया मौका मुआयना
- साथ चल रहे एसडीएम और तहसीलदार को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
भास्कर समाचार सेवा
नौहझील। किसानों की फसल पर कहर बनकर टूट रही बरसात से विचलित विधायक राजेश चौधरी लखनऊ से सीधे मांट क्षेत्र के छत्तीसी क्षेत्र के गांव भदनवारा, नयावास, टेंटीगांव आदि स्थानों पर बरसात में भीगते हुए पहुंचे और गाड़ी से उतर कर पैदल और बाइक के सहारे नजदीकी से किसानों की गाढ़ी मेहनत से तैयार बर्बाद फसल को देखा। विधायक के साथ प्रशासनिक अमला भी था। रविवार को भाजपा विधायक राजेश चौधरी काफी विचलित दिखे।उनकी चिंता का कारण यह था कि इंद्रदेव का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा था। अतिवृष्टि से किसानों की गाढ़ी मेहनत से तैयार पककर खड़ी फसल कटने को तैयार है मगर अतिवृष्टि ने किसानों के आशाओं पर तुषारापात कर दिया हो। विधायक राजेश चौधरी छत्तीसी क्षेत्र के गांव भदनवारा,नयावास पहुंचे तो किसानों का दर्द देख कर विचलित हो उठे। खेतों में पैदल चलकर असलियत को जाना। किसानों ने उन्हें दुखी मन से अपना दर्द साझा किया। विधायक ने कहा कि वह भी किसान के बेटे हैं। शनिवार की रात्रि से वह बेचैन हैं। किसानों का दर्द भली-भांति समझते हैं। बरसात के बीच कभी पैदल तो कभी बाइक पर विधायक ने बर्बाद फसल को नजदीकी से देखा। नयावास गांव को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया है। पानी की समुचित निकासी की स्थाई व्यवस्था के लिए उन्होंने साथ चल रहे एसडीएम इंद्र नंदन सिंह को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। तहसीलदार मनीष कुमार को भी बीच-बीच में विधायक पारदर्शी तरीके से बर्बाद फसल का सर्वे कराने के लिए कहते हुए दिखाई दिए। एक किसान तो विधायक को हाथ पकड़ कर अपने खेत में ले गया और बर्बादी को दिखाते हुए फूट-फूटकर रो पड़ा। विधायक ने किसान को ढांढस बंधाया। बताते चलें कि छत्तीसी क्षेत्र में धान की खेती बड़े पैमाने पर होती है। किसानों की आजीविका बहुत कुछ धान की खेती पर निर्भर है। विधायक ने साथ चल रहे एसडीएम और तहसीलदार को निर्देश दिए कि तत्काल तहसील से टीम भेजकर बर्बाद फसलों का मौका मुआयना कराया जाए और उचित मुआवजा मिले इसकी रिपोर्ट बनाएं। फसलों का निरीक्षण करने के उपरांत विधायक राजेश चौधरी ने कहा कि किसानों की बर्बाद फसल को देखकर वह काफी व्यथित हैं। किसान का दर्द अच्छे से समझता हूं। किसानों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से वार्ता करेंगे। उनकी पूरी सद्भावना किसानों के साथ है।