
जनपद एटा के मारहरा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है पीड़िता, तहरीर के बाद भी मुकदमा नहीं हुआ दर्ज
भास्कर समाचार सेवा
कासगंज : उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ महिला सुरक्षा को लेकर लाख दावे करते हैं, महिला सुरक्षा को मुद्दा बनाकर सत्ता में आई भाजपा सरकार दोबारा सरकार बना कर राज कर रही है लेकिन प्रदेश में महिलाओं की स्थिति दयनीय नजर आती है।
महिला सुरक्षा के दावे करने वाली यूपी पुलिस, महिला अपराधों को लेकर कितनी संजीदा है इसकी बानगी कासगंज में देखने को मिली है। दरअसल कासगंज सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मिशन अस्पताल में एक एएनएम की छात्रा के साथ बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है, हैरानी की बात यह है कि पीड़िता द्वारा 2 दिन पूर्व थाने में अपने साथ हुए भीभत्स हादसे की तहरीर पुलिस को दी गई लेकिन योगी जी की बहादुर पुलिस ने अब तक आरोपी के खिलाफ मामला पंजीकृत नहीं किया है।

आपको बता दें कि एटा जिले के मारहरा थाना क्षेत्र के एक गांव की पीड़िता शहर के क्रिश्चियन मिशन अस्पताल में एएनएम की पढ़ाई कर रही है, आरोप है कि उसकी कुछ दिन पूर्व बुखार आने की वजह से तबीयत खराब हो गई थी।
जिसके बाद पीड़िता दवाई लेने ओपीडी में गई, पीड़िता के मुताबिक ओपीडी में उसे अस्पताल में ही कैशियर का काम करने वाला अनुपम मिला।
आरोप है कि अनुपम ने पीड़िता को मेडिकल स्टोर में पिछले दरवाजे से अंदर बुलाया और उसे एक पाउडर पीने को दिया और कहा कि इससे उसका बुखार उतर जाएगा, पाउडर पीने के बाद पीड़िता बेहोश हो गई और जब उसे होश आया तो वह एक कमरे में बंद थी।
पीड़िता के आरोप के मुताबिक आरोपी अनुपम ने पीड़िता को नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे आगरा के वाटर बॉक्स इलाके में एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखा और 3 दिन तक दुष्कर्म किया।
तीसरे दिन होश आने पर पीड़िता जैसे तैसे उसके चंगुल से भाग निकली और बाहर आकर किसी राहगीर के फोन से मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी, जानकारी के बाद परिजन आगरा पहुंचे और पीड़िता को लेकर कासगंज सदर कोतवाली आए और 30 सितंबर को आरोपी के खिलाफ नामजद तहरीर दी।
परिजनों का आरोप है कि तहरीर देने के बाद पुलिस मामले की टालमटोल करती रही और अब तक आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है, समाचार लिखे जाने तक आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था।