देश में लोकतंत्र के महापर्व में मतदाता की है बहुत बड़ी जिम्मेदारी

 

देश में लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व “लोकसभा चुनावों” का बिगुल बज गया है 18 मार्च 2019 से प्रथम चरण के मतदान के लिए प्रत्याशी नामांकन कर सकते है । अब समय है कि हम सभी मतदाता सोच-समझ कर बिना किसी लोभ-लालच के अच्छे लोगों का चुनाव करके भारतीय लोकतंत्र के महापर्व में अपनी बहुत बड़ी जिम्मेदारी का निर्वहन करें । क्योंकि भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ पर जनता के द्वारा चुनें गये लोगों का ही शासन चलता है इसलिए हम सभी को बहुत ही सोच-विचार कर अधिक से अधिक संख्या में मतदान करना चाहिए जिसे की देश का भविष्य हमेशा सही हाथों में रहे।

वैसे भी देश में मतदान एक ऐसी प्रिक्रिया है जिससे मतदान में भाग लेना वाला व्यक्ति अपने विचारों की दुसरों से सहमति और असहमति दिखा कर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है।

लोकसभा चुनाव की इस प्रक्रिया के दौरान हमारे सामने चुनाव लड़ने वाले विभिन्न प्रत्याशी व दल अपने एजेंडे हम सभी के सम्मुख रखते है फिर हम लोगों मतदान से पूर्व सभी के एजेंडा पर विचार करके उनमें से किसी एक को वोटिंग के माध्यम से लोकसभा का सांसद चुनते हैं।

मतदान की इस प्रक्रिया में वहीं व्यक्ति जीत हासिल करता है जिससे सबसे ज्यादा वोट हासिल होती है। सरल भाषा में कहा जाये तो लोगों का मत उसको ही अधिक मिलता है जिसके विचारों से मतदाता सबसे ज्यादा संतुष्ट होते है वही चुनावों में विजयी होता है।

हमारे देश में मतदान ही एकमात्र ऐसा साधन है जिससे देश की जनता स्वयं अपने देश का विकास निर्धारित करके देश का व अपने बच्चों का भविष्य तय कर सकती है। मतदाता अपने मत देने की शक्ति से अपने क्षेत्र व देश की बागड़ोर संभालने के लिए उनकी नजर में योग्य व्यक्ति का खुद चुनाव कर सकते हैं।

हम सभी का प्यारा हमारा “भारत” एक ऐसा देश है जो लोगों को मताधिकार के माध्यम से अपने देश के लिए फैसले लेने की पूर्ण आजादी प्रदान करता है। आज देश के उज्जवल भविष्य के लिए हर व्यक्ति को मतदान अवश्य करना चाहिए क्योंकि चुनावों की इस प्रक्रिया में हर एक व्यक्ति का मत बहुत ही अनमोल होता है। एक-एक मत से भी आप अपने क्षेत्र के लिए गलत प्रतिनिधि व देश के लिए गलत सरकार का चयन होने से रोक सकते है। मतदान से ही सरकार को पता चलता है कि देश कि जनता उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों व उनसे संतुष्ट है या नहीं क्योंकि अगर जनता संतुष्ट होगी तो बार-बार लोग उसी सरकार का चुनाव करेंगे।

आज देश के अविरल विकास के लिए सबसे अधिक जरूरी है कि हम लोग मतदान करते समय प्रत्याशी का चयन जाति या धर्म के आधार पर नहीं करके देश व क्षेत्र के हित के लिए पहले सभी का एजेंडा पढ़े योग्यता देखे । फिर देश व क्षेत्र के हित के लिए उपयोगी प्रत्याशी का चयन करके ही उसको अपना मत डाले।

वैसे “मतदान हमारा अधिकार है” और “मतदान करना हमारा कर्तव्य है” साथ ही साथ मतदान के द्वारा अच्छे लोगों का चयन करना हमारा “नैतिक दायित्व” है ।लोकसभा चुनाव के दौरान हम सभी मतदाताओं को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि चुनाव की इस प्रक्रिया में खड़े जन प्रतिनिधियों में से ऐसे व्यक्ति को तरजीह ना दे जो कि मतदाता के ईमान को भ्रष्ट करके मतदान की प्रक्रिया को भ्रष्ट करना चाहता है ऐसे प्रत्याशी का मतदाताओं को सामुहिक बहिष्कार करना चाहिए जिससे की भविष्य में कोई धनबल के आधार पर मतदान की प्रक्रिया को खरीदने का प्रयास ना कर पाये ।

देश में मतदान की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने की जितनी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की उतनी ही जिम्मेदारी हम सभी जागरूक मतदाताओं की भी है। क्योंकि चुनाव आयोग के साथ-साथ अगर मतदाता भी जागरूक है तो सही ढंग से नियमों का पालन कराया जा सकता है । हमारा देश एक युवा देश है जिसका भविष्य हम सभी युवाओं के हाथ में है तो देश के उज्जवल भविष्य के लिए देश की युवा पीढी को बढ़-चढ़कर निश्चित रूप से ही सोच-समझ कर स्वयं तो मतदान करना ही चाहिए साथ ही साथ औरों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए क्योंकि युवा देश की नींव व उज्जवल भविष्य होते है और वह अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अच्छी तरह से सोच समझ कर व प्रत्याशी के एजेंडा को परखते है। देश की युवा सोच देश के लिए एक अच्छा उम्मीदवार चुन सकती है।

देश में आज अधिकांश लोगों विशेषकर युवाओं का सोचना है कि मतदान की इस प्रक्रिया को और मजबूत बनाने के लिए सरकार को मतदान को अनिवार्य करना चाहिए ताकि सभी लोग मतदान अवश्य ही करें । साथ ही साथ आज अधिकांश लोगों का मानना है जिस प्रकार से सरकार के द्वारा लोगों के बैंक खाते आधार से लिंक किये गये , ठीक उसी प्रकार से वोट को भी आधार कार्ड से लिंक कर देना चाहिए जिससे की मतदान की यह प्रक्रिया और पारदर्शी व निष्पक्ष बन सके ।

हमारे देश में अब मतदाताओं में बहुत ही जागरूकता आ गयी है आज हम सभी मतदाता बिल्कुल निडर होकर मतदान करते है। वैसे भी लोकतांत्रिक शक्तियों के चलते चुनावों की इस प्रक्रिया में मतदाता की भूमिका रीयल नायक की होती है जो बिना किसी दबाव के निडर होकर मताधिकार का प्रयोग करता है और हकीकत में एक जनसेवक व देशसेवक का चुनाव करता है ।

वैसे तो सरकार समय-समय पर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने और मतदान का महत्व बताने के लिए मतदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए अभियान चलाती है लेकिन फिर भी हम सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि मतदान जितना लोकतांत्रिक व्यवस्था व राष्ट्र के लिए आवश्यक और हितकारी है उतना ही हर व्यक्ति व मतदाता के लिए भी आवश्यक व लाभकारी है । इसलिए हम सभी को बिना किसी दवाब के मतदान अवश्य करना चाहिए क्योंकि वो हमारा अधिकार है और अपने क्षेत्र व देश के लिए अच्छे उम्मीदवार का चुनाव करने का एकमात्र सशक्त माध्यम है । आज हम सभी देशवासियों को संकल्प लेना है लोकतंत्र के महापर्व में जमकर भाग लेना है अपने तो मताधिकार का प्रयोग करना ही है साथ ही साथ और लोगों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करना है ।। जय हिन्द जय भारत ।। मेरा भारत मेरी शान मेरी पहचान ।। दीपक त्यागी एडवोकेट , अध्यक्ष , श्री सिद्धिविनायक फॉउंडेशन (SSVF) , गाजियाबाद

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