बंगाल: लोकसभा की सभी 42 सीटों पर कांग्रेस ने तय किए अपने धुरंधर, बस हाईकमान की मुहर लगनी बाकी

कोलकाता । पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव से पूर्व माकपा से संभावित गठबंधन को झटका लगने के बाद आखिरकार प्रदेश कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने कहा है कि पार्टी की प्रदेश इकाई ने राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तय किए हैं और इसकी सूची पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दी गई है।

उल्लेखनीय है कि सोमेन मित्रा इस समय दिल्ली में हैं, जहां वे राहुल गांधी से मिल-बैठकर उम्मीदवारों के बारे में फैसला करेंगे। मित्रा ने रविवार को ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से बात कर उन्हें राज्य में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के रुख की जानकारी दी थी। इसके अलावा पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग में भी नेताओं ने कांग्रेस नेतृत्व को लेफ्ट से गठबंधन न करने का सुझाव दिया है, जिसे लेकर पार्टी नेता अब फाइनल फैसले की तैयारी में हैं।

हालांकि, सूत्रों की मानें तो पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने की सहमति दे दी है। दरअसल, कांग्रेस रायगंज और मुर्शिदाबाद सीट से उम्मीदवार खड़ा करना चाहती थी, लेकिन माकपा ने वहां पहले से सीटिंग सांसदों को टिकट दे दिया। इसके अलावा पुरुलिया और बशीरहाट की सीटों को लेकर भी दोनों दलों के बीच विवाद की स्थिति बनी रही। इन दोनों सीटों पर वाम मोर्चे ने अपने प्रत्याशी उतार दिए और गठबंधन के बीच बिना किसी सहमति के यह ऐलान भी कर दिया कि अगर कांग्रेस को यह लगता है कि वह इन दोनों सीटों पर जीत सकती है तो वह अपने प्रत्याशियों को यहां उतार सकती है। वाम मोर्चा की ओर से पुरुलिया सीट से फॉरवर्ड ब्लॉक के बीर सिंह महतो को प्रत्याशी बनाया गया है, जो कि पूर्व में इसी सीट से चार बार सांसद भी रह चुके हैं। इसके अलावा बशीरहाट की सीट पर सीपीआई की ओर से पल्लवसेन गुप्ता को टिकट दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को वाममोर्चा चेयरमैन विमान बोस ने राज्य की 25 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची घोषित की थी। बाकी बची 17 सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवार उतारने की जानकारी उन्होंने दी थी। इसके बाद यह साफ हो गया था कि राज्य में गठबंधन को लेकर माकपा सक्रिय नहीं है।

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