परिजनों व ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
पुलिस ने किया आरोपों का खंडन, कहा पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
भास्कर न्यूज
बांदा। अतर्रा क्षेत्र में रहने वाले ग्राम वंशापुरवा पिण्डखर निवासी ग्रामीणों ने मंगलवार को एसपी कार्यालय में ज्ञापन देकर अतर्रा पुलिस पर रिश्वत न देने पर एक युवक को फर्जी असलहा फैक्ट्री में फंसाने का आरोप लगाया है। पीड़ित के परिजनांे ने पुलिस अधीक्षक को दिए एक प्रार्थना पत्र में बताया कि 29 मई को लगभग 11 बजे थाना अतर्रा एसआई ने अपनी टीम के साथ छापेमारी कर राम बाबू पुत्र सधुवा आरख निवासी वंशापुरवा पिंडखर को पकड़ कर ले गई और फर्जी असलहा फैक्ट्री बनाने का सामान बरामद करने का दावा किया।
पीड़ित के भाई राजेश कुमार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस उसके भाई को पकड़कर थाने ले गई और जब परिजनों ने थाने पहुंचकर पूछताछ की तो कहा गया कि उसे छोड़ दिया जाएगा और रात तक वह घर आ जाएगा। लेकिन उसे छोड़ने के बजाय दूसरे दिन फर्जी असलहा फैक्ट्री का आरोप लगाकर जेल भेजा गया। राजेश के साथ पहुंचे ग्रामीणों ने भी कहा कि पुलिस द्वारा दो लाख की रिश्वत की मांग की गई थी। रिश्वत न देने पर उसे फर्जी मुकदमे में जेल भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक को दिए गए प्रार्थना पत्र में इस मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है। वही पुलिस ने रामबाबू के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया गया है। अतर्रा पुलिस का कहना है कि 29 मई को रामबाबू के घर पर असलहा फैक्ट्री की बरामद हुई थी। पूर्व में भी इस अभियुक्त के घर से 2015 में अवैध शस्त्र की फैक्ट्री बरामद की गई थी। जिसमें अभियुक्त रिश्तेदार राम लखन आरख पुत्र बाबूलाल निवासी बरौली थाना बबेरू को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। अभियुक्त द्वारा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काफी समय से अवैध शस्त्रों का निर्माण किया जा रहा था। इस प्रकरण में पुलिस द्वारा अभियुक्त से पैसे मांगने संबंधित सभी आरोपों को असत्य एवं निराधार बताया गया हैं।