मथुरा जिला कारागार की महिला बैरक के लिए अलग होगा चिकित्सालय

भास्कर समाचार सेवा
मथुरा। जिला कारागार की महिला बैरक के लिए पृथक से चिकित्सालय होगा। जिला कारागार मथुरा में निरीक्षण दौरान कुल 1725 बंदी निरूद्ध पाए गये। जिला कारागार चिकित्सालय के निरीक्षण दौरान पाया गया कि इस चिकित्सालय में 60 बंदी मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिन्हें तीन अलग अलग बैरकों में रखा गया है।
  उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ तथा जनपद न्यायाधीश मथुरा राजीव भारती के निर्देशानुसार शनिवार को जिला कारागार मथुरा का निरीक्षण सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मथुरा सोनिका वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला कारागार मथुरा के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. उपेंद्र सोलंकी, जेलर महाप्रकाश सिंह, डिप्टी जेलर संदीप कुमार, शिवानी यादव व अनूप कुमार व जेल बंदी पराविधिक स्वयंसेवक आदि उपस्थित रहे। सभी बंदी मरीजों से पृथक पृथक वार्ता की गई व सभी के स्वास्थ व ईलाज के बारे में चिकित्सक से जानकारी ली गई। बंदी मरीजों की समस्याओं को सुना गया तथा उनके निराकरण के लिए जेल चिकित्सक व जेल प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। महिला बंदियों के लिए जिला कारागार की महिला बैरक में पृथक से चिकित्सालय बनाया गया है, जिसमें महिला चिकित्सक व दो नर्सों द्वारा सप्ताह में एक दिन महिला बंदियों का स्वास्थ परीक्षण किया जाता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी मथुरा के आदेशानुसार जेल के समस्त बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन कर प्रत्येक गुरुवार तथा शनिवार को जेल में कैंप का आयोजन कर बंदियों का स्वास्थ परीक्षण किया जा रहा है। यह कैंप नियत दिनों में एक माह तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी बंदियों का पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। निरीक्षण दौरान नेत्र सर्जन डॉ. राजेंद्र सिंह, सर्जन डॉ. अभिषेक सिंह, उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पारुल मित्तल, नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ. पीयूष चैबे उपस्थित मिले। केडी डेंटल कॉलेज, मथुरा द्वारा प्रत्येक शनिवार को जिला कारागार में बंदियों के दांतों की समस्या के लिए कैंप लगाया जाता है। निरीक्षण दौरान कैंप में डॉ. मनीष भल्ला, डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. दीपक ठाकुर व डेंटल असिस्टेंट गोविंद उपस्थित मिले। निरीक्षण दौरान उपस्थित बंदियों से निःशुल्क विधिक सहायता के लिए अधिवक्ता के सम्बंध में जानकारी ली गई। बंदियों द्वारा बताया गया कि सभी के पास उनके व्यक्तिगत, सरकारी अधिवक्ता मौजूद हैं बंदियों द्वारा खाने पीने की कोई समस्या होना नहीं बताया गया। जिला कारागार में साफ सफाई पाई गई।

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