भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में मेरठ महानगर में भैंसाली बस स्टेशन को अन्यत्र शिफ्ट कराए जाने हेतु एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अपर मुख्य सचिव, परिवहन एवं अपर मुख्य सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन तथा प्रबन्ध निदेशक (उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम लखनऊ) मुख्य सचिव कार्यालय में तथा मेरठ के अधिकारियों द्वारा एनआईसी वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से प्रतिभाग किया गया। एनआईसी में आयुक्त सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी दीपक मीणा, उपज़िलाधिकारी सरधना सूरज पटेल, अपर ज़िलाधिकारी (प्रशासन) सत्य प्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक (यातायात) जितेन्द्र श्रीवास्तव, सम्भागीय परिवहन अधिकारी मेरठ हिमेश तिवारी, क्षेत्रीय प्रबन्धक रोडवेज़ केके शर्मा एवं एनसीआरटीसी अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। आयुक्त मेरठ मण्डल द्वारा मुख्य सचिव को बताया गया, मेरठ शहर में भैंसाली बस अड्डा शहर के अन्दर घनी आबादी के बीचों बीच संचालित है तथा शहर के जाम का प्रमुख कारण है। भैंसाली बस स्टेशन शहर के अंदर होने एवं बड़ी संख्या में रोजाना रोडवेज बस एवं सिटी बसों का आवागमन होने से शहर वासियों को ट्रैफिक जाम सहित अन्य समस्या से जूझना पड़ता है। अनुमानित रूप से 1150 बसें प्रतिदिन शहर के अन्दर आती हैं। इन बसों से आने-जाने वाली सवारियों के लिये भारी संख्या में ईरिक्शा/टेम्पो आदि भी संचालित होते हैं। इनमें मुख्यतः 80 सिटी बसें, 25 इलैक्ट्रिक बसें एवं लगभग 21,000 ईरिक्शा संचालित हैं। इस समस्या के समाधान के लिये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम लिमिटेड द्वारा शहर में भविष्य के लिये यातायात की सुगम व्यवस्था एवं प्रदूषण तथा जाम की रोकथाम के लिये Integrated Multimodal Transit Complexes (IMTC) का निर्माण कराये जाने की आवश्यकता बतायी गयी।
ये रखा गया प्रस्ताव
बैठक में भैंसाली बस स्टेशन को स्थानांतरित कर मेरठ शहर के बाहरी 02 स्थल- मोदीपुरम एवं परतापुर में स्थापित कराये जाने का प्रस्ताव मुख्य सचिव के समक्ष रखा गया। प्रस्ताव पर उपस्थित विभागीय अधिकारियों द्वारा अपना अपना पक्ष रखा गया, जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव द्वारा शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने एवं यातायात व्यवस्था को सुगम बनाए जाने के दृष्टिगत मोदीपुरम और परतापुर में Integrated Multimodal Transit Complexes (IMTC)/बस स्टेशन का निर्माण कराएं जाने की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करते हुए निर्देशित किया गया कि दोनों बस स्टेशन निर्माण किये जाने हेतु शीघ्र आवश्यक कार्रवाई प्रारम्भ की जाये।