भास्कर समाचार सेवा
हाथरस। एनआईसी, कलेक्ट्रेट हाथरस में पी0एम0 केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में जनपद में पात्र 1 बच्चे को प्रधानमंत्री द्वारा बच्चे के बैंक खाते में 10 लाख रूपया की धनराशि प्रदान की गयी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर कक्षा-1 से 12 तक अध्ययनरत प्रत्येक बच्चे के बैंक खाते में विशेष ”स्कॉलरशिप फॉर पी0एम0 केयर्स फॉर चिल्ड्रेन“ के तहत 20,000/- रुपए की धनराशि प्रेषित की। जिसमें 1,000/- प्रतिमाह एक वर्ष तक कुल 12,000/- तथा 8,000/- बच्चे की किताबें, यूनीफार्म, जूते एवं शिक्षा से सम्बन्धित अन्य सामग्री हेतु है। यह योजना दिनांक 29 मई 2021 को प्रधानमंत्री द्वारा प्रारम्भ की गयी है। जिसमें दिनांक 1 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 के मध्य कोविड-19 महामारी में अपने माता-पिता दोनों व अपने वैद्य संरक्षक को खोने वाले बच्चों को सहयोग प्रदान की गयी है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से देश भर के बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि- आज मैं प्रधानमंत्री नही बल्कि आपके परिवार के सदस्य के रूप में आपसे बात कर रहा हूँ। बीते दो वर्षों में कोरोना की विभीषिका में दुनिया भर में लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है। इस महामारी में अपने अभिभावक को खो देने की आपकी पीड़ा को शब्दों में व्यक्त नही किया जा सकता। अभिभावक की मौजूदगी बच्चे के लिए हमेशा एक संबल की तरह होती है। आपके अभिभावक ने अब तक आपको हर सही-गलत, अच्छे-बुरे का भेद बताया, आपका मार्गदर्शन किया। आज जब वो आपके साथ नही हैं तो आपके जीवन में आए इस खालीपन को भर पाना तो किसी के लिए भी सम्भव नही है, लेकिन आपके परिजन के तौर पर मैं आपको यह विश्वास दिलाता हूँ कि आप अपने संघर्षों में, अपनी कठिनाईयों में, अपने दुःख-सुःख में अकेले नही हैं। पूरा देश आपके साथ है। प्रधानमंत्री ने सभी बच्चों को उनके कुशल-मंगल और उज्ज्वल भविष्य की अनन्त शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने पी0एम0 केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में 1 बच्चे को किट प्रदान की जिसमें प्रधानमंत्री का एक पत्र, एक स्नेह प्रमाण पत्र, एक बैंक पास बुक (पोस्ट ऑफिस) व 5 लाख रूपये प्रतिवर्ष की स्वास्थ्य सहायता हेतु आयुष्मान कार्ड प्रदान करते हुये कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों की व्यापक देखभाल और सुरक्षा को निरन्तर तरीके से सुरक्षित करना और स्वास्थ्य बीमा के माध्यम से उनको सक्षम व स्वस्थ बनाना, शिक्षा के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाना और 23 वर्ष की आयु तक आत्म-समर्थन के साथ आत्मनिर्भर अस्तित्व के माध्यम से परिपूर्ण करना है। जिला प्रोबेशन अधिकारी आर0के0 सिंह ने कहा कि आपके माता-पिता की भरपाई तो नही की जा सकती लेकिन प्रशासन प्रत्येक कदम पर आपके साथ है, किसी भी समय आप प्रशासन की सहायता ले सकते हैं। अध्यक्ष बाल कल्याण समिति बबिता अग्रवाल ने कहा कि बाल कल्याण समिति समय-समय पर बच्चे को परामर्श देते हुये उसकी देखभाल एवं संरक्षण सुनिश्चित कर रही है। महिला कल्याण अधिकारी मोनिका गौतम ने बच्चे के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये शिक्षा पर विशेष ध्यान देने हेतु प्रेरित किया। संरक्षण अधिकारी विमल कुमार शर्मा ने बताया कि इस बच्चे को उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजनान्तर्गत प्रत्येक माह 4,000/- रुपए की दर से प्रत्येक त्रैमास पर 12,000/- रुपए की धनराशि नियमित प्रेषित की जा रही है। इस अवसर पर जिला प्रोबेशन कार्यालय से रामजी वर्मा, अनुपम पचौरी एवं बच्चे के संरक्षक उपस्थित रहे।
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