धौलाना के क्रांतिकारी शहीदों की स्मृति में विकसित होगा शहीद पार्क
मेरठ क्रांति 1587 के क्रांति में धौलाना के रणबांकुरे का अविस्मरणीय योगदान
खेल के मैदान की जमीन पर हुआ कब्जा कराया मुक्त
भास्कर समाचार सेवा
धौलाना। गुलावठी मार्ग स्थित शहीद स्तम्भ के नजदीक वर्ष 2006 में शहीद स्तम्भ और शहीद पार्क के लिए आवंटित की गई दस बीघा भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिए पैमाईश कर कब्जा मुक्त कराई गई है। कब्जेदारों ने तहसील प्रशासन की द्वारा की कार्रवाई से प्रभावित होकर स्वेच्छा से कब्जा की गई भूमि छोड़ दी। तहसीलदार प्रवीण कुमार ने बताया कि सामाजिक संगठनों के अनुरोध पर वर्ष 2006 में पर्यटन विभाग की पहल कर ग्राम सभा की खसरा नंबर 1493 में 0.085 हैक्टेयर भूमि शहीद स्तम्भ व खसरा नंबर 1480 में 0.8980 हैक्टेयर भूमि शहीद पार्क के लिए आवंटित की गई थी। खसरा नंबर 1493 में 0.085 हैक्टेयर भूमि शहीद स्तम्भ स्थापित है।मगर शहीद पार्क के लिए आवंटित 0.8980 हैक्टेयर भूमि शहीद पार्क के लिए आवंटित भूमि पर धौलाना के कुछ ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा था।
शिकायत मिलने पर एसडीएम धौलाना सुनीता सिंह ने टीम गठित कर भूमि कब्जा मुक्त कराने के निर्देश दिए।तदुउपरांत टीम ने मौके पर पहुंचकर कर शहीद पार्क के लिए आवंटित भूमि की पैमाईश कर भूमि चिन्हित कर कब्जा मुक्त कराई है।बता दें कि मेरठ क्रांति 1587 में धौलाना के रणबांकुरे काअविस्मरणीय योगदान को चिरस्थाई बनाए रखने के उद्देश्य से 2006 में सामाजिक संस्था साठा चौरासी विकास मंच के संस्थापक ललित राणा ने शहीदों की पुण्य स्मृति में निरंतर कार्यक्रम आयोजित कर इस परम्परा को कायम रखा ।उधर आर के एंक्लेव से सटे खेल के मैदान के लिए आवंटित की गई 45 बीघा भूमि के अंश पर हुए कब्जों को मुक्त कराते हुए एसडीएम धौलाना के निर्देश पर कब्जे हटवाए । एसडीएम सुनीता सिंह ने बताया कि खेल के मैदान के लिए आवंटित की गई भूमि पर कुछ कॉलोनाइजरो ने अवैध कब्जा करते हुए पक्के निर्माण कर लिए थे।लेखपाल गौरव चौधरी ने बताया कि अवैध रूप से कब्जा कर सरकारी भूमि हथियाने वालों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।