दैनिक भास्कर समाचार सेवा
रूद्रपुर। देहरादून के ईएस आई मुख्यालय के दो डाक्टरों पर निरीक्षण के नाम पर अस्पताल में कमियां दर्शा कर 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा जब रिश्वत नहीं दी गई तो अस्पताल को अस्थाई तौर पर ईएसआई पैनल से बाहर कर दिया गया। इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बुधवार को अस्पताल के एमडी डॉ. दीपक छाबड़ा ने शहर के एक होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान पूरी जानकारी मीडिया के समक्ष रखी। वहीं आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ अस्पताल प्रबंधन की ओर से रुद्रपुर कोतवाली में तहरीर भी दी गई।
रिश्वत न मिलने पर द मेडिसिटी अस्पताल को इएसआई पैनल से अस्थाई रूप से किया बाहर
डॉ. दीपक छाबड़ा ने पत्रकारों को बताया कि रविवार को देहरादून ईएसआई मुख्यालय से ईएसआई के मुख्य डॉ. आकाशदीप ने निरीक्षण के नाम पर देहरादून से डॉ. विशाल और डॉ. अरुण को उनके अस्पताल में भेजा। उनके साथ ही एक अन्य व्यक्ति था, जो लगातार लाइजनिंग की बात को लेकर रुपयों की मांग करता रहा। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि अस्पताल पर पांच कमियां दर्शाकर उन्हें टेंपरेरी रूप से अस्पताल को सस्पेंड कर दिया गया।
कुमाऊं के सबसे बड़े अस्पताल मेडिसिटी के एमडी डॉ. दीपक छाबड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके किच्छा मार्ग स्थित द मेडिसिटी अस्पताल में विगत रविवार को ईएसआई अस्पताल के चिकित्सक पहुंचे और अस्पताल के स्टाफ ईएसआई का कार्य देख रहे फरमान से मिले।
इस दौरान ईएसआई स्टाफ द्वारा आवश्यक जानकारी भी ली गई। उनके स्टाफ से ईएसआई स्टाफ द्वारा ईएसआई अस्पताल के सीएमओ डॉ. आकाश दीप के नाम पर 50 लाख रूपये के सुविधा शुल्क की भी मांग की गई। सुविधा शुल्क न देने पर अस्पताल को ईएसआई पैनल से बाहर का रास्ता दिखाये जाने की चेतावनी दी डॉ. छाबड़ा ने बताया कि फरमान द्वारा इसकी जानकारी उन्हे दी गई तो उन्होंने कोई भी सुविधा शुल्क देने के लिये मना कर दिया डा.छाबड़ा बताया कि जब अस्पताल प्रबन्धन द्वारा रिश्वत देने से मना किया तो अस्पताल को ईएसआई पैनल से अस्थाई रूप से बाहर कर दिया गया।
उनका कहना था कि ईएसआई अस्पताल से रेफर होकर आये सभी रोगियों को बेहतर उपचार दिया जाता रहा है। उन्हें यह नहीं बताया गया कि अस्पताल में क्या कमियां हैं और किन कारणों से अस्पताल को पैनल से अस्थाई रूप से बाहर किया गया है, उन्हे ईएसआई अस्पताल से न तो कोई पत्र प्राप्त हुआ और न ही कमियों के सम्बंध में कोई स्पष्टीकरण मांगा गया। विदित हो कि गत दिवस ईएसआई द्वारा छह अस्पतालों को ईएसआई अस्पताल के पैनल से बाहर कर दिया गया था, उनमें एक मेडिसिटी अस्पताल भी शामिल है।