सूचना पर पहुंचे ब्लॉक के कर्मचारियों ने पशुओ को आश्रय केंद्र भेजा
मितौली खीरी। आवारा पशुओं से परेशान किसानों ने पशुओं को विद्यालय में कैद कर दिया मामला विकासखंड मितौली क्षेत्र के अंतर्गत पिपरझला गांव का है जहां पर मंगलवार को ग्रामीणों ने स्कूल में आवारा पशुओं को कैद कर दिया सूचना पाकर ब्लॉक मितौली के अधिकारी ,कर्मचारी मौके पर पहुंच कर पशुओं को पशु आश्रय केंद्र भेजा किसानों की ब्लाक कर्मचारियों से नोकझोंक भी हुई। किसानों की फसल चट कर रहे पशुओं को गांव के प्राथमिक विद्यालय में लाकर इकट्ठा किया गया।
ग्रामीणों ने कहा कि आवारा पशु हम लोगों की खून पसीने से सीची फसलों को अवारा पशु बर्बाद कर रहे हैं। इनको गौशाला भेजा जाए हमें अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों की रात दिन रखवाली करनी पड़ रही है उसके बावजूद फसल बचाना मुश्किल है हम लोगों के पास कोई विकल्प नहीं बचा है इसलिए हम लोगों ने आवारा जानवरों को पकड़कर स्कूल में कैद कर दिया इसकी सूचना ग्राम विकास अधिकारी पूजा वर्मा को मिली मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों सहित अधिकारियों ने स्कूल परिसर में बंद पशुओं को ट्राली से गो आश्रय केंद्र भेजा।
पहले भी आ चुका है मामला
सरकारी संपत्तियों में बंद करने का मितौली क्षेत्र में यह दूसरा मामला है इससे पहले बबौना गांव में बने सचिवालय में पशुओं को घेर कर बंद कर दिया था मामला मीडिया में आने के बाद अफसर मौके पर पहुंचे और पशुओं को बाहर निकालकर गौ आश्रय केंद्र भेजा गया था।
खंड विकास अधिकारी मितौली चंदन देव पांडे ने कहा पशु आश्रय केंद्रों में पशुओं को पकड़ कर भेजा जा रहा है टीम छुट्टा पशुओं को पकड़ कर गौ आश्रय केंद्र भेज रही है पशुओं को स्कूल में बंद करने के मामले में भी जांच कराई जाएगी यह अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश है अगर कहीं छुट्टा पशुओं की समस्या है तो लोग इसकी सूचना दें उस पर कार्रवाई होगी आगे विद्या के मंदिर में अगर दोबारा पशुओं को बन्द करने का प्रकारण आने पर संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।