भास्कर समाचार सेवा
गाजियाबाद। शासन के आदेश पर जिला जज के निर्देशन में जनता के मामलों के निस्तारण के उद्देश्य से लगाई गई लोक अदालत में 12 सौ से लेकर 15 सौ तक फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। हालांकि 50% तक लोगों की समस्या का समाधान मौके पर ही हो गया तो वहीं 50% से अधिक लोग अपनी समस्याओं का पिटारा वापस बैरक लेकर लौट गए। अधिवक्ता जेल विजिटर मुकेश सैनी और संगीता ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन के आदेश पर लगाई गई लोक अदालत में जनता की समस्याओं का निस्तारण करने के उद्देश्य से जिला जज के नेतृत्व में काफी अच्छे प्रयास किए गए और लोक अदालत में जहां जनता की समस्याओं का निस्तारण किया गया तो वही कई ऐसी समस्याएं भी सामने आई जिनका समाधान नहीं हो सका। बार एसोसिएशन की तरफ से फरियादियों की फरियाद का जरिया बने अधिवक्ता को तीन सौ रुपये वकालतनामा लेकर अपनी समस्या का समाधान कराने के लिए काफी अच्छे प्रयास किए गए। जिसके चलते 50% लोगों की समस्या का समाधान अधिवक्ताओं द्वारा लोक अदालत में कराया गया। अधिवक्ता संगीता ने जानकारी देते हुए बताया कि सबसे बड़ी फरियादियों की समस्या उस समय सामने आई जब बैंकों द्वारा लोक अदालत में उपस्थित होकर समाधान करने की बात कही गई थी। मगर हालात जस के तस रहे। क्योंकि अगर किसी पर यदि पर तीन लाख से अधिक का लोन है। उस लोन का समाधान नहीं हो सका। क्योंकि बैंक अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। जिसके चलते फरियादियों की समस्या का समाधान किन्हीं कारणों से नहीं हो पा रहा थ। लिहाजा शासन और जिला प्रशासन को इस मामले में बैंक अधिकारियों के साथ मीटिंग कर इस बड़ी समस्या का समाधान करना चाहिए। क्योंकि देखा गया कि लोक अदालत में लोन पीड़ित फरियादी काफी परेशान व हताश दिखे। क्योंकि बैंक अधिकारियों की मनमानी और लापरवाही उजागर हुई है। लोक अदालत में पहुंचे फरियादियों ने भी कहां की जनता से जुड़ी समस्याओं का समाधान के लिए लगाई गई लोक अदालत में जहां उनकी समस्याओं के समाधान हो रहे थे। तो वही बैंक समस्याओं का निपटारा लोक अदालत में नहीं हो पा रहा था। लिहाजा जिला प्रशासन से गुहार लगाई जाती है कि बैंक अधिकारियों के साथ मीटिंग कर इस समस्या के समाधान के लिए भी कोई उचित कार्रवाई करें । जिससे कि लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके। इस मौके पर काफी संख्या में न्यायालय से जुड़े न्यायाधीश, अधिवक्ता और लॉ कर रहे छात्र छात्राएं भी मौजूद रहे।