मेस का खाना खाने से 10 छात्राओं की हालत बिगड़ी

भास्कर समाचार सेवा
हापुड। कुचेसर रोड चौपला स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की करीब 11 छात्राओं की हालत शनिवार रात में अचानक से खराब हो गई। जिन्हें उल्टी चक्कर व सांस लेने की शिकायत हुई जिसके बाद सभी छात्राओं को आनन-फानन में हापुड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।
इन 11 छात्रों में से 2 छात्राएं ज्योति व दिपांसी की हालत ज्यादा खराब हो गई जिसके बाद इन्हें मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया तो वही 8 छात्राओं की हालत अब सही बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी मेधा रूपम भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टरों को भी बुलाया गया। बताया जा रहा है छात्राओं की हालत खाना खाने के बाद अचानक खराब हुई थी। जिलाधिकारी हापुड़ ने घटना कि जांच के आदेश दे दिए हैं।
आपको बता दें शनिवार रात में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुचेसर चोपला से करीब10 बच्चे सरकारी अस्पताल में लाए गए थे। बच्चों को उल्टी जी घबराना व सांस लेने में दिक्कत हो रही थी इनमें से दो बच्चियों की हालत ज्यादा खराब होने के चलते उन्हें मेरठ के लिए रेफर कर दिया तो वही अस्पताल में 8 छात्राओं का इलाज अभी भी चल रहा है। जब हमने अस्पताल आई छात्राओं से बात की तो उन्होंने बताया कि हम लोगों ने खाना खाया था खाना खाने के कुछ देर बाद से ही हमें जी घबराना उल्टी चक्कर आना शुरू हो गए जिसके बाद हमें यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया। वही अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि यहां पर करीब 10 बच्चे लाए गए थे जिन्हें पेट व सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी सभी बच्चे खतरे से बाहर है। संभवत बच्चों की तबीयत या तो फूड पॉइजनिंग की वजह से हुई है या फिर बच्चों को हीट स्ट्रोक हुआ है कुछ बच्चों को सांस लेने में ज्यादा दिक्कत हो रही थी उन्हें ऑक्सीजन भी लगाई गई है कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं की बीमारी की खबर सुनकर जिलाधिकारी हापुड अस्पताल में पहुंची और बच्चों से उनका हालचाल जान कर बेहतर से बेहतर इलाज देने के लिए डॉक्टर को निर्देश दिए गए जिलाधिकारी देर रात तक अस्पताल में ही मौजूद रही और बच्चों को बेहतर से बेहतर इलाज दिलाने के लिए प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों को भी बुला लिया गया था जिनमें दो छात्राएं ज्योति व दीपांशी की देर रात ज्यादा हालात खराब होने पर उन्हें मेरठ के लिए रेफर कर दिया है जहां उनका इलाज चल रहा है साथ ही घटना की सूचना पर बेसिक शिक्षा अधिकारी अर्चना गुप्ता भी अस्पताल में पहुंची और छात्राओं से उनके हाल जाने के साथ ही विद्यालय की सभी शिक्षकों की छुट्टियां रद्द कर उन्हें विद्यालय पहुंचने के आदेश दिए गए है। जिलाधिकारी द्वारा भी घटना की जांच के आदेश दिए गए। विद्यालय में करीब 65 छात्राएं शिक्षा ले रही हैं केवल 10 छात्राएं के बीमार होने के कारण की सही से जांच की जाएगी।

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