बांदा। शनिवार की शाम जिले की नरैनी कोतवाली परिसर अचानक पुलिस अफसरों के विवाद का अखाड़ा बन गई। एक मामले को लेकर आपस मे भिड़े दरोगा-कोतवाल ने एक दूसरे को जमकर पीटा। बताते हैं कि दरोगा ने कोतवाल की लाठियों से पिटाई कर दी। विवाद की जड़ छेड़खानी के मामले में आरोपियों पर कार्रवाई के बजाय पीड़िता के पिता का ही चालान किये जाने को बताया जाता है। आपसी मारपीट की सूचना अफसरों तक पहुंची तो कोतवाली में अधिकारियों की आमद शुरू हो गई। देर शाम तक सीओ और कोतवाल ने मीडिया के फोन उठाने से बचते रहे। हालांकि बाद में अपर एसपी लक्ष्मी निवास मिश्रा ने बताया कि दरोगा एयर कोतवाल में मारपीट का मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। उधर, पुलिस महानिरीक्षक एसके भगत का कहना है कि अनुशासनहीनता किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी। हालांकि अपुष्ट सूत्र बताते हैं कि आरोपी दारोगा के निलंबित कर दिया गया है है।
बताया गया है कि एक गांव निवासी बहनों से गांव के ही समुदाय विशेष के युवक छेड़खानी कर जबरन विवाह का दबाव बना रहे थे। युवक पीड़िता का वीडियो वायरल कर बदनाम करने की धमकी देते थे। पीड़िता के पिता ने इसकी शिकायत थाने में की। जिसके बाद हल्का इंचार्ज आशीष पटेरिया ने उनका ही चालान कर दिया। विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष के दखल के बाद शुक्रवार देर रात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
इलाके में वर्चस्व कायम करने पर हुआ विवाद
पुलिसिया सूत्र बताते हैं कि शनिवार शाम को दारोगा आशीष पटेरिया व कोतवाल राकेश तिवारी के बीच इसी मामले को लेकर बातचीत शुरू हुई। बताते हैं कि दारोगा ने अपने हलके का मामला होने का दम भरते हुए कोतवाल को हस्तक्षेप न करने की बात बोल दी। जिस पर विवाद बढ़ गया और मामला मारपीट तक पहुंच गया। अपराधियों पर बरसने वाली लाठी खाकीधारी नुमाइंदों के बीच चटकने लगी। हंगामा देख स्टाफ जुट गया और बीच बचाव कर किसी तरह दोनों को अलग किया।
आलाअफसरों ने संभाला मोर्चा, कार्रवाई के संकेत
कोतवाली में खाकी के बीच जमकर हुई मारपीट की बात आलाअफसरों तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। सूत्र बताते हैं कि देर शाम एसपी अभिनंदन भी कोतवाली पहुंचे और मामले की जानकारी ली। इधर, एएसपी ने लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि पीड़िता के पिता का धारा 151 में चालान करने के मामले में विवाद के बाद मारपीट की सूचना मिली। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। विभागीय कार्रवाई की भी अनुशंसा की जाएगी। इधर, दारोगा के निलंबन की चर्चा है पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।