भास्कर समाचार सेवा
मथुरा। चुनाव के दौरान जनता से किए गए लुभावने चुनावी वादों को पूरा करना कि किसी भी राजनीतिक दल के लिए आसान नहीं रहा है, लेकिन जनता इन लुभावने वादों को याद रखती है भले ही सरकार में आने के बाद राजनीतिक दल भूल जाएं भारतीय किसान संघ ने प्रदेश भाजपा को चुनावों के दौरान किसानों से किया गया वायदा याद दिलाता है। बिजली बिल के बकायेदार उपभोक्ताओं से विभाग ने वसूली के प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रवर्तन दल लगातार ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहा है। धडाधड एफआईआर और ताबड़तोड़ छापेमारी से बिजली बिल के बकायेदारों में हड़कंप की स्थिति है, वहीं ऐसे लोग लगातार बिल जमा कर रहे हैं। इससे विभाग को राजस्व की प्राप्ति हो रही है। इस पूरी प्रक्रिया के बीच भारतीय किसान संघ विधान सभा चुनाव के बाद सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी को चुनावों के दौरान किया गया वायदा याद दिलाया है। संघ ने आरोप लगाया है कि सरकार में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी किसानों से किया गया अपना वायदा भूल गई है। संगठन पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन पत्र भी भेजा है, जिसमें पार्टी की ओर से चुनावों के दौरान किसानों से किए गए वादे की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया गया है। भारतीय किसान संघ जिलाध्यक्ष पारस ठाकुर का कहना है कि विधानसभा चुनाव जीत कर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2022 के अपने घोषणा पत्र में किसानों से वादा कि था कि उन्हें नलकूप के लिए बिजली मुफ्त दी जाएगी। सरकार बनाने के बाद पार्टी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि ज्ञापन में मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि विद्युत विभाग के अनियंत्रित अधिकारियों को नियंत्रित किया जाए। विद्युत बिलों में आ रहीं त्रुटियों को ईमानदारी से कैंप लगाकर दूर किया जाए। किसानों को रोस्टर के हिसाब से बिजली दी जाए। निजी नलकूपों पर विद्युत मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया को रोकने का आग्रह किया गया है। भारतीय जनता पार्टी चुनाव के दौरान किए गए वादों को जल्द से जल्द पूरा करे। ज्ञापन देने वालों में दिनेश शाह, जितेन्द्र सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, हरिप्रसाद शर्मा, राजवीर सिंह आदि थे।