एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथ पकड़ा, रिश्वत के रुपये से पी रहा था जूस
सदर तहसील में तैनात है भ्रष्ट कर्मचारी, शिक्षक की शिकायत पर कार्रवाई
भास्कर न्यूज
बांदा। लखनऊ से आई एंटी करप्शन की टीम ने मंगलवार को सदर तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक को 8 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया। कृषि भूमि की हदबंदी के लिए राजस्व निरीक्षक पीड़ित से पैसा मांग रहा था। पैसा न देने पर हदबंदी नहीं कर रहा था। पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया था।
यूनाइटेड शिक्षक एसोशिएशन प्रदेश संयोजक विक्रांत पटेरिया ने बताया कि सदर तहसील क्षेत्र के महोखर गांव में राजस्व निरीक्षक पद पर तैनात होरीलाल वर्मा ने उच्च प्राथमिक विद्यालय त्रिवेणी के सहायक अध्यापक नितेश चक्रवर्ती से खेतों की हदबंदी कराने के एवज में 8 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिस पर युनाइटेड शिक्षक एसोसिएशन ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम लखनऊ से की। इस पर टीम के उप निरीक्षक लक्ष्मीनारायण के नेतृत्व में अन्य सदस्य यहां आए। शिक्षक को साथ लेकर सदर तहसील से कुछ दूरी पर स्थित जूस की दुकान में खड़े राजस्व निरीक्षक के पास पहुंचे। शिक्षक द्वारा राजस्व निरीक्षक को रिश्वत के रूप में 8 हजार रुपए दिए। राजस्व निरीक्षक ने इसी रुपये से शिक्षक को जूस पिलाया।
एंटी करप्शन टीम ने शिक्षक का इशारा मिलते ही उसे रंगेहाथ दबोच लिया। रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किए गए राजस्व निरीक्षक को टीम के सदस्य नगर कोतवाली ले गए और कागजी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे अपने साथ लखनऊ ले गए हैं। उधर, एंटी करप्शन टास्क फोर्स यूनिट के उप निरीक्षक लक्ष्मी नारायण ने बताया कि शिक्षक से उन्हें लिखित शिकायत मिली थी। जिस पर उन्होंने शिकायतकर्ता शिक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। जिसके आधार पर राजस्व निरीक्षक की गिरफ्तारी की गई है। जिसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राजस्व निरीक्षक की गिरफ्तारी से अनजान रहे कर्मचारी
लखनऊ की एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से तहसील के ज्यादातर कर्मचारी अनजान रहे। जबकि टीम ने भ्रष्ट राजस्व निरीक्षक को तहसील के नजदीक संचालित एक जूस की दुकान से गिरफ्तार किया था। काफी देर बाद राजस्व कर्मियों को गिरफ्तारी की बात पता चली तो परिसर में हड़कंप मच गया। डरे-सहमे राजस्व कर्मचारी चुपचाप परिसर से खिसक लिए। राजस्व निरीक्षक की गिरफ्तारी की बात आग की तरह फैलते ही परिसर में संचालित सहायक निबंधक कार्यालय में भी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा।
यूटा के राडार में है कई भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी
यूनाइटेड शिक्षक एसोशिएशन एसोसिएशन प्रदेश संयोजक विक्रांत पटेरिया ने बताया कि बुंदेलखंड के दो दर्जन और बांदा जनपद के आधा दर्जन भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी यूटा की रडार पर हैं। घूसखोर अधिकारियों और कर्मचारियों को चिन्हित कर लिया गया है। शीघ्र ही इनके खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई कराई जाएगी। कहा कि भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी प्रदेश की भाजपा सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं।