भास्कर समाचार सेवा
मथुरा(वृंदावन)। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा धार्मिक नगरी वृन्दावन को स्वच्छ और सौन्दर्यरूप देने की कवायद सायद निगम अधिकारियों को रास नही आ रही है। जिसके चलते नगर के कई बड़े नाले महीनों से साफ न होने कारण सिल्ट से लबालब दिखाई दे रहे है। जिससे लोगो में डेंगू और मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारी का भय बना हुआ है। यहां बताते चले कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद तेजी से फैली डेंगू की चपेट में आकर सैकड़ो लोगो ने अपनी जान भी गवा दी थी। बाबजूद इसके निगम अधिकारी पूरी तरह लापरवाह नजर आ रहे है। ऐसा ही कुछ हाल वृन्दावन जोनल कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर स्थित गांधी पार्क से सटे नाले का है। जहाँ कई महीनों से सफाई न होने के कारण नाला कचरे से पूरी तरह भरा हुआ है। जबकि नगर के कई प्रमुख बाजारो की नालियो के पानी का संचालन इसी नाले से जुड़ा है। इतना ही नही तेज बारिश आने से क्षेत्र में जलभराव होना भी आम बात है। इस सबंधं मे जब पार्क से सटे रंगजी नगला निबासी रवि सैनी से बात की तो उसने बताया कि काफी दिनों से नाले की सफाई नही हुई है। शाम ढलते ही क्षेत्र में जहरीले लच्छरो का झुंड देखा जा सकता है। जिससे क्षेत्रीय लोगों व बच्चो में बीमारी का भय बना हुआ है। क्षेत्रीय जनता की माने तो उक्त क्षेत्र नगर निगम के दो पार्षदों की देखरेख में आता है। बाबजूद इसके क्षेत्र में गंदगी का अंबार है। इससे प्रतीत होता है निगम अधिकरियों को सायद मुख्यमंत्री के आदेश कोई मायने नही देते है।