सांसद हेमा माहिनी ने सात दिन में तय की 401 किमी दूरी

भास्कर समाचार सेवा

मथुरा। ब्रज चैरासी कोसी परिक्रमा मार्ग को विश्वस्तरीय बनाने के लिए तैयार हो रही कार्य योजना को त्रुटि रहित बनाने के लिए सांसद हेमा मालिनी एवं उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद शैलजाकांत मिश्र के निर्देश में तकनीकी और विशेषज्ञ टीम के साथ 17 अप्रैल से शुरू हुई ब्रज चैरासी कोस परिक्रमा का समापन हो गया। इस दौरान परिक्राम मार्ग में पडने वाले प्रमुख पौराणिक और धार्मिक स्थलों का स्थलीय निरीक्षण करने क साथ स्थानीय लोगों से भी बातचीत की गई जिससे कि विकास के क्रम में पौराणिकता और प्राचीनता को अक्षुण्य राखा जा सके। सके। श्री शैलजा कांत मिश्र ने अपनी पूरी टीम को निर्देशित किया कि वह चैरासी कोस परिक्रमा मार्ग में किए गए समस्त बिन्दुओ के अध्ययन एवं बारीकियों को डीपीआर में समाहित कराएं। सर्वप्रथम श्री गरुड़ गोविन्द जी मंदिर वृन्दावन के दर्शन करने के बाद देवरहा बाबा समाधि वृन्दावन जहां से यात्रा प्रारंभ की गयी थी। वहां पर नमन करके परिक्रमा संपन्न की गयी। इन दिनों की यात्रा में 401 किलोमीटर की लंबाई तय की, 43 गांवों का भ्रमण किया, 32 पड़ावी स्थल और अष्ट सखियों के गांवों एवं उनके मन्दिरों का अवलोकन किया। यदि आप इस सर्वश्रेष्ठ 84 कोस यात्रा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करना और आनंद लेना चाहते हैं, तो जुड़े रहें उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सोशल मीडिया से। सांसद मथुरा हेमा मालिनी ने इच्छा व्यक्त की है कि चैरासी कोस परिक्रमा मार्ग में प्रत्येक पड़ाव स्थल पर टॉयलेट, पेयजल व्यवस्था, सोलर लाइट, एप्रोच मार्गो का जीर्णोद्धार और पूरे परिक्रमा मार्ग पर हर किलोमीटर पर साइनेज बोर्ड लगाकर परिक्रमार्थियों को इस तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए कि चैरासी कोस परिक्रमा मार्ग को विश्व विरासत के नक्शे पर लाया जा सके।

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