लखनऊ। लखनऊ में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत संचालित पात्र गृहस्थी योजना में मची लूट का खुलासा जिला पूर्ति विभाग कर रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी सुनील सिंह ने शनिवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है जो भी अपात्र इस योजना का लाभ ले रहे हैं वो खुद अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें। जांच में पकड़े गए तो योजना की शुरुआत होने से अबतक जोड़कर राशन के कीमत की वसूली की जाएगी।
गृहस्थी योजना का अनुचित लाभ ले रहे
जिला पूर्ति अधिकारी सुनील सिंह ने बताया कि लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र में एनएफएसए के अन्तर्गत प्रचलित पात्र गृहस्थी योजना का निर्धारित लक्ष्य पूरा है। जबकि पात्र परिवार राशनकार्ड के लिए कार्यालयों में चक्कर लगा रहे हैं। निर्धारित लक्ष्य पूर्ण हो जाने के कारण नए राशनकार्ड निर्गत नहीं हो पा रहे हैं और न ही राशन कार्डों में यूनिट वृद्धि हो पा रहा है। शिकायतें मिल रही हैं कि अपात्र परिवार पात्र गृहस्थी योजना का अनुचित लाभ ले रहे हैं।
एसी वाले खा रहे मुफ्त का राशन
जिला पूर्ति अधिकारी के मुताबिक मोटरकार, ट्रैक्टर सौ गज का प्लाट या मकान, एसी, हार्वेस्टर, 5 केवी या अधिक क्षमता का जनरेटर, 5 एकड़ से अधिक जमीन के स्वामी, एक से अधिक शस्त्र लाइसेंसी, आयकरदाता, ग्रामीण क्षेत्र में पूरे परिवार के लोगों की आय मिलाकर 2 लाख रूपये प्रतिवर्ष और नगरीय क्षेत्र में 3 लाख रूपये प्रतिवर्ष आय अर्जित करने वाले परिवार को इस योजना के लिए अपात्र घोषित किया गया है। लेकिन लखनऊ में ऐसे तमाम लोग योजना का लाभ ले रहे जिनके पास यह सुविधाएं हैं।
राशन कार्ड सरेंडर नही तो होगी वसूली
जिला पूर्ति अधिकारी ने योजना का लाभ लेने वाले अपात्र परिवारों को अन्तिम अवसर देते हुए चेतावनी दी है कि वे अपना राशनकार्ड तहसील या जिला पूर्ति कार्यालय में सरेंडर कर दें। जाँच में पाया गया कि अपात्र परिवार खाद्यान्न ले रहा है तो ऐसे व्यक्तियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जब से वे खाद्यान्न ले रहे है, का आंकलन करते हुए नियमानुसार वसूली की कार्यवाही की जाएगी।