-लेबर सैस के रूप में फंड अर्जित करता है श्रम विभाग
प्रेम चतुर्वेदी
मथुरा। श्रम विभाग ने लेबर सैस (उपकर) के रूप में वित्तीय वर्ष 2020-2021 में 11 करोड 67 लाख 82 हजार 903 रूपये विभिन्न योजनाओं के तहत खर्च किए। इस धनराशि से विभाग की ओर से श्रमिकों के हित में चलाई जा रही योजनाओं के तहत श्रमिकों की मदद की गई। विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के लिए कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सहायक श्रम आयुक्त मथुरा एमएल पाल ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-2022 में सरकारी और गैर सरकारी निर्माण के काम पर लागत का एक प्रतिशत उपकर वसूलते हुए 119127011 रूपये विभाग ने अर्जित किए। श्रम विभाग किसी भी तरह के निर्माण पर उपकर के तहत जो भी लागात आती है उसका एक प्रतिशत वसूलता है। इससे निर्माण क्षेत्र से जुडे मजदूरों से जुडी योजनाओं का संचालित किया जाता है। इन योजनाओं के लिए सरकार से किसी तरह का कोई अनुदान नहीं मिलता है। उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के खाते में पैसा जमा होता है। योजनाओं के तहत पुत्री विवाह के तहत 918 लोगों को लाभ पहुंचाया गया और पांच करोड आठ लाख 23 हजार रूपये संयुक्त योजना के तहत खर्च किए गए। समाज कल्याण विभाग अनुसूचित जनजाति के 400 लोगों को 80 लाख रूपये आवंटन किया गया। सामान्य वर्ग में 200 लाभार्थियों को 40 लाख रूपये शादी अनुदान के रूप में दिए गए। 484 व्यक्तियो को 246.84 लाख रूपये सामूहिक विवाह योजना के तहत अनुदान दिया गया। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत 1066 लोगों को लाभान्वित किया गया। योजना के तहत परिवार के मुखिया की मृत्यु हो जाने पर तीस हजार रूपये अनुदान दिया जाता है। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेने के लिए लाभार्थी आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जिससे नियमानुशार योजनाओं का लाभ मिल सके।