जितेंद्र शर्मा
मथुरा। ब्रज भगवान श्रीकृष्ण की जन्म एवं लीलास्थली होने के कारण पावन तीर्थ है। ब्रज को भगवान श्रीकृष्ण का निवास स्थल माना जाता है। ब्रज के लीला स्थल एवं पर्व पर्यटकों के आस्था के केन्द्र हैं। लीलास्थलों के दर्शन करने एवं पर्वों व उत्सवों में भाग लेने करोड़ों की संख्या में वर्ष-भर यात्रियों का आगमन होता है। ब्रज क्षेत्र की पर्यटन महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए ब्रज चौरासी कोस परिकमा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने की सैद्धान्तिक सहमति उपरांत योजना को मूर्त रूप देने के प्रयास आरंभ हो चुके हैं केंद्र सरकार की मंशा है कि ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा के पड़ाव स्थलों का भी विकास हो। इसके बाद ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा को राष्ट्रीय राजमार्ग-108 के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा ब्रज तीर्थ पथ परियोजना के तहत दो मार्गों को लेकर भी योजना पर काम चल रहा है। ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा के विकास कार्य के लिए 5 हजार करोड़ रुपये की परियोजना प्रस्तावित है।
उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने वृन्दावन क्षेत्र में बढ़ते हुए यातायात दबाव की समस्या के समाधान के लिए ब्रज तीर्थ पथ परियोजना सम्बन्धी एक एलिवेटेड रोड का कान्सैप्चुअल प्लान भी तैयार करवाया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने भी पत्र भेजा था। एलीवेटेड रोड के रूप में यह ब्रज तीर्थ पथ वृन्दावन से पहले जैंत के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-19 से प्रारम्भ होकर वृन्दावन, मथुरा, गोकुल, ब्रहमांड घाट, चिन्ताहरण महादेव होते रिफाइनरी के सामने पुनः राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर मिल जायेगा। इस प्रकार यह राष्ट्रीय राजमार्ग-19 के लिए एक लूप के रूप में कार्य करने के साथ ही ब्रज के तीर्थ स्थलों को आपस में जोड़ेगा। इससे आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुगमता से इन तीर्थ के दर्शन हो सकेंगे।
ब्रज क्षेत्र में प्रतिवर्ष आते हैं करोड़ों श्रद्धालु
सांसद ने कहा है कि ब्रज क्षेत्र में गोवर्धन परिकमा के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों श्रद्धालु आते है। विशेष अवसरों यथा- मुड़िया पूर्णिमा मेला प्रति माह एकादशी से पूर्णिमा तक अत्यधिक भीड़ के कारण यातायात का दबाव बढ़ जाने से मार्गों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए गोवर्धन को राष्ट्रीय राजमार्ग-19 से जोड़ने के लिए एक परियोजना गोवर्धन कनेक्ट परियोजना के रूप में प्रस्तावित की गई है। इस परियोजना को एनएचएआई द्वारा अंगीकृत किया जाना है, जिससे गोवर्धन क्षेत्र में अद्धालुओं एवं पर्यटकों का आवागमन सुविधाजनक हो सकेगा। यह पथ एक और छटीकरा से और दूसरी ओर हिन्दुस्तान कालेज के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-19 को आपस में जोड़ेगा।
शैलजा कांत मिश्र व हेमा मालिनी ने किया भ्रमण
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकान्त मिश्र ने ब्रज मंडल 84 कोस परिक्रमा क्षेत्र के महोली मे ध्रुवनारायण मन्दिर परिक्रमा मार्ग , कृष्ण कुंड ,पर्यटन विभाग द्वारा विकसित पडाव स्थल ,तालवन (तारसी) मे संकर्षण कुन्ड ,बलदाऊ मन्दिर ,कुमुदवन ,शान्तनु कुन्ड ,पडाव स्थल और मन्दिर धाम स्थल के वृक्षों का निरक्षण व भ्रमण किया। बहुलावन (बाटी) मे साँसद हेमा मालिनी ने वल्लभाचार्य जी की बैठक ,पारासौली चंद्र सरोवर मे महाप्रभु जी की बैठक , पैठा मे चतुर्भुज मन्दिर और श्यामढाक मे छाक लीला स्थल ,कुन्ड तथा गांठौली मे गुलाल कुन्ड और मन्दिर के दर्शन किये। इस भ्रमण मे उन्होने 84 कोस परिक्रमा मार्ग के मार्ग चौड़ाई, कच्चे व पक्के होने की स्थिति, पडाव स्थल विकास की सम्भावना ,कुन्डो के जल के निकास और प्रवेश की स्थिति ,जल गुणवत्ता को सुधारने की सम्भावना आदि तकनीकी बिंदुओं की जानकारी ली। चौरासी कोस परिक्रमार्थियों को किस प्रकार अधिक से अधिक मानक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये, इन बिंदुओं पर स्थानीय सेवायतों, नागरिकों व जनप्रतिनिधियों से विचार-विमर्श किया। निरिक्षण भ्रमण में तकनीकी बिंदुओं पर ब्रज तीर्थ विकास परिषद के पर्यावरण सलाहकार मुकेश शर्मा ने फिजीबिल्टी के संभावित समाधान और परियोजना निरूपण सम्बन्धी अपेक्षाओं को संकलित किया। भ्रमण मे डॉक्टर उमेश शर्मा, दूधनाथ यादव , सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा और रमाकांत गोस्वामी साथ रहे