सुल्तानपुर : स्वच्छता को हमें बनाना होगा अपना संस्कार-अतुल वत्स

सुल्तानपुर। स्वस्थ जीवन के लिए हमें ‘स्वच्छता’ को संस्कार बनाना होगा। ‘स्वच्छता’ को हमें अपने पूरे मनोभाव से जोड़ना होगा और यही मनोभाव अपने घर के साथ ही वार्ड, शहर, गांव और देश-प्रदेश तक ‘स्वच्छता’ के प्रति होना चाहिए। यदि हम ‘स्वच्छता’ के प्रति जागरूक रहेंगे तो कई प्रकार की संक्रामक बीमारियां हमसे दूर रहेंगी। विकास भवन स्थित अपने कार्यालय में दैनिक ‘भास्कर’ से बात करते हुए यह बातें जिले के मुख्य विकास अधिकारी एवं वर्ष 2016 बैच के सुपरकॉप आईएएस अधिकारी अतुल वत्स ने कही।

स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने से तमाम बीमारियां रहती हैं दूर

मुख्य विकास अधिकारी श्री वत्स ने कहा कि संचारी रोगों इंसेफेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, हैजा, डायरिया जैसी अन्य कई गंभीर जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिए हमें ‘स्वच्छता अभियान’ को जनआंदोलन के रूप में चलाना होगा। श्री वक्त ने कहा कि ‘स्वच्छता अभियान’ को सफल बनाने के लिए हमें स्वच्छता समितियां बनाकर हर नागरिक को स्वच्छता अभियान से जोड़ना होगा। उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने घरों के आसपास कूड़ा इकट्ठा न होने दें और स्वच्छता पर ध्यान दें। इससे लोग सेहतमंद रहेंगे। विकास प्रमुख अतुल वत्स ने ‘भास्कर’ से हुई भेंटवार्ता में कहा कि स्वच्छता जीवन शैली तथा जीवन मंत्र है।

यह पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला महा अभियान है। ‘स्वच्छता’ को जीवन शैली करार देते हुए श्री वत्स ने कहा कि हमें यह याद रखना होगा कि स्वच्छता एक दिन, एक सप्ताह, एक पखवाड़ा, एक साल या फिर कुछ लोगों का ही काम नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हर किसी का, हर दिन, हर पखवाड़े, हर साल के 365 दिन पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला महा अभियान है। उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ में मिशन भी है, मान भी है, मर्यादा भी है। अनेकता में एकता और सभ्य तथा स्वस्थ समाज की महत्वाकांक्षा भी है। श्री वत्स ने कहा कि इसके साथ ही ‘स्वच्छता’ गांव, समाज और मातृभूमि के लिए अप्रतिम प्रेम भी है। उन्होंने कहा कि हमें ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का पालन कार्यालय परिसरों व भवनों से शुरू होना चाहिए और स्वच्छता के प्रति हम सभी को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

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