-टेल तक किसानों को मिलेगा सिंचाई के लिए पानी
-बरसात में जलभराव की समस्या से पिटने को तैयार की जाएगी कार्य योजना
शिव प्रकाश शर्मा
मथुरा। किसानों को समय पर सिंचाई के लिए पानी उलब्ध हो सके इसके लिए विभाग गंभीर है। रजवाह और अल्पिकाओं के टेल तक किसानों को सिंचाई के लिए सुचारू रूप से पानी मिल सके इस पर भी निरंतर काम किया जा रहा है। बरसात के दिनों में कहीं भी जलभराव की समस्या का लोगों को सामना न करन पडे और यमुना में बाढ की स्थिति में लोगों को कम से कम हानि हो इसक लिए इसी महीने जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में कार्य योजना को अंतिमरूप दिया जाना प्रस्तावित है। डिवीजन अपर खण्ड आगरा नहर आगरा के तहत 104 नाले हैं, इनकी लम्बाई 622 किमी है। बरसात से पूर्व लगभग 255 किलोमीटर नालों की सफाई इस साल कराया जाना प्रस्तावित है। नालों की सफाई के क्रम में तीसरी साल एक नाले का नम्बर आता है। रजवाहों की रवी की फसल से पूर्व वर्ष में एक बार नवम्बर महीने में सफाई होती है। इसके अलावा समय समय पर जलकुंभी को भी निकाला जाता है जिससे पानी का प्रवाह अवरूद्ध न हो। जलकुंभी की समस्या लगातार बढ रही है।
अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए यहां के पानी में सलायन की मात्रा अधिक होना है। आगामी बाढ काल में यमुना नदी की बाढ की सुरक्षा के लिए तैयारी बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में इसी महीने कराया जाना प्रस्तावित है। जिसमें समस्त विभाग बाढ काल की तैयारी कर लें। जनपद में चार डिवीजन हैं, पहला अपर खण्ड आगरा, दूसरा लोअर खण्ड आगरा, तीसरा उपरी मांट ब्रांच मथुरा और लोअर माट ब्रांच हैं। अपर खण्ड में रजवाह की लम्बाई 334.01 किमी, अल्पकाएं 376.94 किमी, लोअर खंड आगरा में कोई रजवाह नहीं हैं, अल्पिकांए 18.80 मिल हैं। उपरी मांट में 3.93 रजवाह मिलोमीटर है जबकि 17.500 किमी माइनर हैं, निचली मांट में 83.19 किमी रजवाह, अल्पिका 185.40 किमी है। पिछले वित्त वर्ष में इनकी सफाई 337.6 लाख रूपये से हुई थी।
वर्जन
रोस्टर तैयार कर लिए हैं। रोस्टर के अनुशार नहर चलाई जाएंगी। 131 टेल फीड कराई जाएंगी। जिससे अंतिम छोर तक किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकें।
-बचन सिंह, अधिशासी अभियंता अपर खण्ड आगरा
वर्जन
सेखसाई रेगुलेटर पर पांच रजवाहों पर गेट लगवाए हैं। जिससे किसानों को पानी मिल सके और पानी व्यर्थ न जाए।
नवनीत गर्ग, सहायक अभियंता