जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल से कूदकर युवक ने दी जान

इमरान हुसैन

रामपुर। खूबसूरत जिला अस्पताल की तीसरी बिल्डिंग पर बने अननोन वार्ड से कूदकर युवक ने जान गवा दी।
बताते चलें कि लावारिसौं को, अज्ञात व्यक्तियों और मानसिक तौर से कमज़ोर बीमारों को अननोन वार्ड में रखा जाता है। खूबसूरत जिला सदर अस्पताल बिल्डिंग में एक युवक शुक्रवार को चोट लगने के कारण दाखिल हुआ था। युवक को चोटिल अवस्था में 108 एंबुलेंस लेकर जिला अस्पताल पहुंची थी। युवक अपना नाम भी नहीं बता सका। जिला सदर अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही का प्रदर्शन करते हुए युवक को जिला अस्पताल की खूबसूरत बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर बने अननोन वार्ड में डाल दिया, जहां पर वह अकेला ही था। साथ ही तीसरी मंजिल के अननोन वार्ड में ना कोई चादर ना कोई बेड था। यही नहीं तीसरी मंजिल के अननोन वार्ड की खिड़की पर कोई जाली भी नहीं लगी हुई है। इसी के चलते युवक तीसरी मंजिल की खिड़की से कूद गया या गिर गया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। अब अस्पताल प्रशासन अपनी लापरवाही को छिपाने में लगा हुआ है।
ऐसे में सवाल उठता है कि जिला सदर अस्पताल तमाम सुविधाओं से लैस होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए क्यों मुस्तैद नहीं हैं। अस्पताल प्रशासन युवक को मानसिक विक्षिप्त बता रहा है और इसी के चलते उसे अज्ञात वार्ड में भर्ती कराया गया था। ऐसे में मानसिक विक्षिप्त को अज्ञात वार्ड में खतरे से भरी हुई तीसरी मंजिल पर क्यों रखा गया। जहां पर खिड़की में जाली की व्यवस्था नहीं थी।
पूर्व मंत्री एवं रामपुर से विधायक मौहम्मद आजम खान ने तत्कालीन सपा सरकार में जिला अस्पताल को तुड़वाकर नए सिरे से तामीर करवाया था। साथ ही इसके उद्घाटन पर आज़म खान ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में इससे खूबसूरत किसी अस्पताल की बिल्डिंग नहीं हो सकती। वह इसे गरीबों का ताजमहल कहते हैं।

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