चाचा भी हुए पराए…19 को भाजपा की सदस्यता लेंगे शिवपाल, बेटे आदित्य समेत हजारों समर्थक रहेंगे मौजूद : सूत्र

लखनऊ। एक के बाद एक चुनावों में शिकस्त खाती जा रही समाजवादी पार्टी का किला ध्वस्त होते दिख रहा है। अखिलेश यादव के नेतृत्व संभालने के बाद यह चौथा चुनाव है जिसमें समाजवादी पार्टी को करारी शिकस्त मिली है। हालांकि इस बार के विधानसभा चुनाव में सपा को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी इसी गरज से चुनाव से पहले ही योगी सरकार के कई कैबिनेट मंत्री व विधायक भाजपा छोड़कर सपा के साथ हो गए थे। यही नहीं सुभासपा रालोद सहित अपनादले(कमेरावादी) ने मिलकर गठबंधन तैयार किया था। लेकिन भाजपा गठबंधन के सामने इस गठबंधन की हवा निकल गयी। हाल में आए विधानपरिषद के चुनाव नतीजों ने भी सपा का रहा-सहा जोश ठंडा कर दिया। विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद के बाद से ही समाजवादी पार्टी में अन्र्तकलह तेज हो गयी है। पार्टी के पुराने नेता कार्यकर्ता दूसरे दलों की ओर रूख कर रहे है। प्रसपा प्रमुख पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अपना अगला कदम तय कर लिया है। उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद से ही समाजवादी पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग पार्टी भी बना ली थी, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के सिंबल पर विधायक बनने वाले खांटी नेता अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे।

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद अब नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। शिवपाल सिंह यादव 19 अप्रैल को भाजपा की सदस्यता लेंगे। शिवपाल यादव अपने पुत्र आदित्य यादव और हजारों समर्थकों के साथ शिवपाल भाजपा की सदस्यता लेंगे।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश (जेपी) नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रभारी की मौजूदगी में शिवपाल सिंह यादव अपने बेटे आदित्य यादव तथा समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। शिवपाल सिंह यादव 19 अपैल को नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेंगे।

इससे पहले शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की बैठक के अपनी सभी राज्य कार्य समितियों, राष्ट्रीय और राज्य कार्य प्रकोष्ठों और प्रवकतओं को भंग कर दिया है। उनके इस कदम को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आने के बाद से ही अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के मुखिया शिवपाल यादव ने अब जंग का आगाज कर दिया है। शिवपाल यादव ने शुक्रवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय/ प्रादेशिक प्रकोष्ठों के कार्यकारिणी अध्यक्ष समेत संपूर्ण प्रवक्ता मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव बीते कई दिन से उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारे में काफी चर्चा का विषय हैं। राजनीतिक पंडित इन दिनों इटावा के जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव के हर कदम को परखने में लगे हैं कि उनका रुख किस ओर है।

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