दीपक गुप्ता
मथुरा(नौहझील)। क्षेत्र की ग्राम पंचायत भरतियाका में तालाब का गंदा पानी निकासी के अभाव में घरों में प्रवेश कर गया है, लेकिन जिला प्रशासन के साथ-साथ पंचायत इस मामले में जानकर भी अनजान बने हुए हैं। गांव के लोगों को काफी समय से उक्त समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। गंदे पानी के कारण तालाब के आसपास लगते मौहल्ले में बदबू का आलम बना हुआ है।जिससे कालोनी के लोगों में बीमारिया फैलने का अंदेशा बना हुआ है। समस्या के समाधान को लेकर लोगों ने कई बार इसकी शिकायत ग्राम पंचायत के साथ-साथ सरकार के नुमाइंदों को दी, लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया।
ग्रामीण सुनीता,भगवान सिंह, नीरज, भूरा ने बताया कि तालाब का गंदा पानी निकासी के अभाव में आसपास लगते घरों में प्रवेश कर गया है, लेकिन पंचायत तथा सरकार लोगों की समस्या की तरफ तनिक भी ध्यान न देकर बीमारियां परोसने का काम कर रही हैं।हम लोग मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं,पैसे खाने के लिए लायें या डॉक्टरों के लिए।मौहल्ले के लोग काफी दिनों से नारकीय जीवन जीने पर मजबूर बने हुए हैं।तालाब के गंदे पानी के कारण गांव के लोगों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तालाब का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर गांव की गलियों में जा पहुंचा है और उक्त गंदा पानी गलियों से होते हुए घरों में प्रवेश कर गया है। उन्होंने सरकार तथा पंचायती विभाग से तालाब के पास के मौहल्ले के लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए समस्या हल करने की मांग की है।ताकि आसपास रहने वाले लोगों को किसी बड़ी बीमारी का शिकार न होना पड़े।
वर्जन-ग्राम पंचायत प्रतिनिधि- विशाल सिंह ने कहा कि गांव में स्थित तालाब के चारों ओर मकान बने हैं। इस कारण ओवरफ्लो होने से पोखर के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं हैं।तीन बार ग्राम पंचायत ने इंजन लगाकर घरों के पानी को बाहर निकालकर लोगों को राहत दी। तालाब के गंदे पानी की निकासी को लेकर गांव में कोई जगह न होने के चलते गांववासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर कहीं निकासी बनती है तो गांव की समस्या को हल करने का प्रयास किया जाएगा।
वर्जन-खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र शर्मा – ने बताया कि एडीओ पंचायत व ग्राम सचिव से बात कर तालाब को खाली करायेंगे व दवा का छिड़काव कराया जाएगा।जितनी मदद संभव हो सकेगी कराई जाएगी।