अतर्रा कस्बा के संजय नगर बदौसा रोड़ पर हुई घटना
सोमवार को दी थी, इंटर की परीक्षा रात को फंदे पर लटका मिला शव
भास्कर न्यूज
बांदा। पूर्व राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय के बड़े भाई के पौत्र ने सोमवार की शाम कमरे के अंदर साड़ी से फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया। शव देखते ही घरवालो में चीखपुकार मच गई। घरवालो का कहना था कि दोस्तो की पिटाई से क्षुब्ध होकर उसने यह घटना अंजाम दी। अंतिम संस्कार के दौरान उसके पीठ पर चोट के निशान थे। परिजन शव लेकर अतर्रा थाने आ गए और मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी शरीर पर चोटो के निशान थे।
चित्रकूट जिले के रसिन गांव निवासी पूर्व राज्यमंत्री चद्रिका प्रसाद उपाध्याय के बड़े भाई श्याम उपाध्याय के पौत्र राघव उपाध्याय (18)पुत्र विमलेश उपाध्याय अतर्रा कस्बे के संजय नगर मे किराए के मकान में रहता था। वह इंटर में पढता था। सोमवार की शाम वह परीक्षा देने के बाद घर लौटा और गुम सुम होकर बैठ गया। घर मौजूद बहनो ने उससे पूछा लेकिन राघव ने कोई जवाब नही दिया। वह कमरे के अंदर चला गया। उसने पंखे की हुक पर साड़ी से फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया। घटना की समय उसका पिता अपने गांव रसिन चला गया था। काफी देर बाद जब राघव कमरे से बाहर नहीं निकला तो बहनो ने कुडी खटखटाई लेकिन अंदर से कोई हरकत नही हुई। बहनो दरवाजे से झांक कर देखा तो उसका शव फंदे पर लटक रहा था। शव देखते ही चीख पुकार मच गई। शोर गुल सुनकर मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने फंदा काट कर उसे नीचे उतार लिया। उसे तत्काल सीएचसी अतर्रा ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने देखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर गांव से पिता भी मौके पर पहुंच गया। परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए पैतृक गांव रसिन ले गए। मंगलवार की सुबह अंतिम संस्कार क्रिया के दौरान शव को स्नान कराने के दौरान पीठ पर चोटों के निशान दिखाई पड़े। जिसके बाद परिजन शव को वापस अतर्रा ले आए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया। मृतक अपने पिता की इकलौती संतान था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी उसके शरीर पर कुछ जगह चोट के निशान थे।
पुलिस कार्रवाई करती तो बच जाती जान
छात्र की मौत के बाद परिजनों में खास आक्रोश पनप रहा है। मृतक के पिता ने बताया कि तीन मार्च की शाम राघव कोचिग पढ कर लौट रहा था। तभी बोलेरो सवार सात लोगों ने राघव को मारपीट कर जख्मी कर दिया था। घरवालो ने घटना की तहरीर पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं किया था। थानाध्यक्ष हरिशरण सिह का कहना था कि दोनों पक्षों में आपसी विवाद हुआ था। दोनो पक्षो को बुलाकर समझौता करा दिया गया था। सोमवार को राघव परीक्षा देकर लौट रहा था। दोबारा फिर से उसके साथ मारपीट की गई। घरवालो का आरोप है पुलिस की कार्रवाई न करने और दोबारा पिटाई से क्षुब्ध होकर राघव ने यह घटना अंजाम दी।