कोरोना काल से ठप है इस ट्रेन का आवागमन, यात्रा में करना पड़ता अधिक खर्च
भाजपा नेत्री वंदना गुप्ता ने जनहित को देखते हुए बांदा-कानपुर ट्रेन संचालन की उठाई मांग
बांदा। भले देश व प्रदेश की सरकारों ने कोरोना को लेकर लागू की गई बंदिशों को समाप्त कर दिया है, लेकिन अभी भी लोगों को कोरोना के दौरान शुरू हुए कई प्रतिबंधों से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी एक समस्या नियमित कानपुर या आस पास के कस्बों में जाने वाले रेल यात्रियों के सामने आ रही है। कोरोना काल में बंद की गई बांदा-कानपुर पैसेंजर ट्रेन की सुध अभी तक किसी ने नहीं ली। ऐसे में लोगों को तमाम समस्याओं से दो चार होना पड़ता है।
गुरुवार को भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष वंदना गुप्ता ने इस समस्या को लेकर सांसद आरके पटेल का ध्यान आकृष्ट कराया है और पत्र देकर इस समस्या का निदान कराने की मांग की है। भाजपा नेत्री ने पत्र के माध्यम से बताया है कि कोरोना काल के पहले बांदा से कानपुर के लिए पैसेंजर ट्रेन सुबह जाती थी और शाम को वापस बांदा आती थी। इस ट्रेन में सफर करने वालों में खैराडा, इचौली, मौदहा, सुमेरपुर आदि कस्बों तक लोग आवाजाही करते थे और कम खर्च में यात्रा से उनका धन भी बचता था, जबकि जिले के छोटे व्यापारी इसी ट्रेन से कानपुर आते जाते थे और सप्ताह भर के लिए अपने प्रतिष्ठान का सामान लाते थे। अब ट्रेन का संचालन ठप होने के कारण लोगों को इधर उधर भटकना पड़ता है और अधिक खर्च करके आवश्यक यात्रा के लिए मजबूर होना पड़ता है।
उन्होंने सांसद से इस मामले पर विचार करने और रेल मंत्रालय से इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने बांदा से गुजरने वाली कानपुर-दुर्ग एक्सप्रेस का भी प्रतिदिन संचालन कराने की मांग की है।