मैनपुरी। मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने जिला सलाहकार समिति बैंकर्स की बैठक में विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं मे ऋण वितरण की बेहतर प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि बेंकर्स द्वारा अधिकांश योजनाओं में निर्धारित लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति की है, सभी बैंकर्स बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारी, बैंकर्स आपस में इसी प्रकार समन्वय स्थापित कर आगामी वित्तीय वर्ष में भी अभी से लक्ष्यों की पूर्ति करने में जुट जाएं ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके और वह अपना स्वतः रोजगार स्थापित कर स्वावलंबी बन सकें। उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया।
भारतीय स्टेट बैंक के प्रतिनिधियों से कहा कि प्रधानमंत्री स्वःनिधि योजना के लंबित आवेदन पत्रों पर 10 अप्रैल तक प्रत्येक दशा में ऋण वितरण करना सुनिश्चित करें, यह योजना केंद्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना है और इसकी उच्च स्तर से सघन मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने समीक्षा करने पर पाया कि प्रधानमंत्री स्वःनिधि योजना में 4579 लक्ष्य के सापेक्ष विभिन्न बैंकों को 4802 आवेदन पत्र प्रेषित किए गए जिसमें से 4225 आवेदन पत्र स्वीकृत कर 4110 आवेदन पत्रों पर ऋण वितरण किया गया, अभी 152 आवेदन पत्र बैंक ऑफ इंडिया की विभिन्न शाखाओं में एवं 104 आवेदन पत्र भारतीय स्टेट बैंक की विभिन्न शाखाओं में वितरण हेतु लंबित है।
सी.डी.ओ. ने कहा कि कुछ बैंकर्स द्वारा धनराशि जमा कराने में रुचि ली जा रही है लेकिन ऋण वितरण में कोई दिलचस्पी नहीं ली जा रही जिस कारण जनपद का सीडी रेशियो संतोषजनक नहीं है, बैंकर्स इस ओर ध्यान दें, ऋण वितरण में सबसे खराब प्रगति भारतीय स्टेट बैंक, अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, एक्सिस बैंक की है, सम्बन्धित शाखा प्रबन्धक जमा धनराशि के सापेक्ष कम से कम 60 प्रतिशत धनराशि का ऋण वितरण लाभार्थियों का करना सुनिश्चित करें।
उन्होने मुख्यमंत्री युवा स्वःरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, स्पेशल कंपोनेंट, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन आदि की बिन्दुवार समीक्षा करते हुये पाया कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में भौतिक लक्ष्य 57 वित्तीय लक्ष्य 110.58 लाख के सापेक्ष 58 आवेदन पत्र स्वीकृत किये गये जिनमें से 54 आवेदन पत्रों पर 95.62 लाख की धनराशि वितरित की गयी, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में भौतिक लक्ष्य 80, वित्तीय लक्ष्य 242.16 लाख के सापेक्ष विभिन्न बैंकों द्वारा 93 आवेदन पत्र स्वीकृत कर 70 लाभार्थियों को 144.66 लाख की धनराशि वितरित की गयी।
मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना में 12 इकाई लक्ष्य के सापेक्ष 18 लाभार्थियों को 125 लाख धनराशित वितरित की गयी। उन्होने किसान के्रडिट कार्ड की समीक्षा करने पर पाया कि नये केसीसी बनाने के वार्षिक लक्ष्य 43767 के सापेक्ष अब तक विभिन्न बैंकों द्वारा 32406 नये केसीसी बनाये गये हैं जबकि नवीनीकरण के लक्ष्य 60913 के सापेक्ष 58513 केसीसी का नवीनीकरण किया गया है।
उन्होंने कृषि ऋण, फसली ऋण, एमएसएमई, अन्य प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया योजना, शिक्षा ऋण आदि की बिंदुवार समीक्षा की।
बैठक में आर.बी.आई. प्रतिनिधि विवेक कुमार, जिला विकास प्रबंधक नवार्ड अनुपम दत्ता, परियोजना अधिकारी डूडा आर.के. सिंह, जिला कृषि अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह, अपर सांख्यिकी अधिकारी उद्योग गणेश चन्द्र सहित अन्य अधिकारी, विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन जिला अग्रणी जिला प्रबंधक अनिल प्रकाश तिवारी ने किया।