बांदा : माफिया मुख्तार के ‘मुखबिर’ की तलाश में जुटा कारागार प्रशासन

डीजी जेल के निर्देश पर डीआईजी जेल ने शुरू की जांच
मंडल कारागार पहुंच कर जेल कर्मियों से की पूछताछभास्कर न्यूज
बांदा।
मंडल कारागार में निरुद्धउ माफिया व पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की लखनऊ में पेशी के दौरान लीक हुई जानकारी के मामले की जेल विभाग ने जांच शुरू कर दी गई है। जेल महानिदेशक के निर्देश पर डीआईजी जेल ने मंडल कारागार पहुंचकर जांच शुरू कर दी। कारागार पहुंचकर डीआईजी ने जेल कर्मियों से पूछताछ की। बताते हैं कि जांच के एक सप्ताह डीआईजी रिपोर्ट सौंपेंगे।
पिछले एक साल से माफिया मुख्तार अंसारी मंडल कारागार में निरुद्ध है। 28 मार्च की सुबह मुख्तार अंसारी को राजधानी लखनऊ के एमपी-एमएलए कोर्ट में साल 2000 में कारापाल और उप कारापाल पर हमला, जेल में पथराव और जानमाल की धमकी देने के एक मामले में पेशी के लिए लाया गया था। उस दौरान मुख्तार के जेल से निकलने से पहले ही उसके बेटे अब्बास अंसारी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि मुख्तार अंसारी का मेडिकल रद्द कराकर उन्हें लखनऊ लाया जा रहा है। यही नहीं स्थानीय पत्रकारों को भी हर सूचना मिल रही थी। ऐसे में यह सवाल उठता है कि जेल के अंदर की सूचना कौन बाहर दे रहा था। जेल महानिदेशक आनंद कुमार ने लीक हुई जानकारी को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी को सौंपते हुए जांच के आदेश दिए। गुरुवार को मंडल कारागार पहुंचे डीआईजी ने जेल के बाहर और अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और मोबाइल के सहारे उस व्यक्ति की तलाश तेज कर दी। जेल में तैनात प्रधान बंदी रक्षक और बंदी रक्षकों से अलग-अलग पूछताछ की।

आशंका है कि माफिया मुख्तार के इशारे पर काम करने वाले ‘मुखबिर’ जेल के अंदर ही हो सकते हैं। जेल प्रशासन इसका पता लगाने के लिए मंडल कारागार में तैनात जेल कर्मियों से लेकर बाहर तक के लोगों की कॉल डिटेल भी खंगाल रहा है। इसके अलावा मुख्तार की बैरक में आने-जाने वालों से पूछताछ भी की जा रही है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें