मैनपुरी। तथागत भगवान गौतम बुद्ध की अभिधम्मस्थली संकिसा की पावन धरती पर 6वां अभिधम्म चांटिंग सेरेमनी कार्यक्रम आटीसीसी द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य रुप से अमेरिका की उपासिका वांइको डिस्की की थी। अभिधम्म कार्यक्रम में थाईलैंड, लावस, बांग्लादेश, वर्मा देश के बौद्ध भिक्षुओ समेत भारतीय बौद्ध भिक्षुओ समेत करीब 150 बौद्ध भिक्षुओं ने भाग लिया।
ज्ञात हो कि पिछले समय में अभिधम्म कार्यक्रम का आयोजन संकिंसा की पावन धरती पर होता रहता था। लेकिन कोरोना काल के बाद यह पहला अर्तराष्ट्रीय कार्यक्रम है। जिसमें कुसला धम्मा, अकुसला धम्मा, अब्याकता धम्मा आदि के अंर्तगत धम्म संगिनी, विभंग, कथावत्तु, पुग्गालियाभिनत, धातुकथा, यमक पठाना का पाठ किया गया। सुत्तो के पाठ का उद्देश्य समाज में करुणा, मैत्री, मुदिता, उपेकशा को स्थापित करना है, तथा रुस और यूक्रेन में चल रहे महायुद्ध को शांति करने की अपील है।
इस पाठ में मुख्य से थाईलैंड के भिक्षु डाॅ. चरण अचांन, सुमन भिक्षु, भिक्षु सोना, भिक्षु चरण श्री, भिक्षु नंदा महाथेरो, भिक्षु कुरुल थेरो सहित 25 विदेशी भिखुओ ने भाग लिया।
इस मौके पर संकिसा भिक्षु संघ के अध्यक्ष डाॅ. भिक्षु धम्मपाल महाथेरो, बुद्धमित्रा थेरो, धम्मरतन, भिक्षु अश्वधोष, भिक्षु शीलरतन, भिक्षु शीलानंद, भिक्षु नामसेन आदि भिक्षुओ ने भाग लिया।