हत्यारे ने पहले ठगी की, फिर की दंपति हत्या, सडने लगे शव तो मिट्टी का तेल डाल कर जला डाले
मथुरा। पुलिस ने हाईवे किनारे की कर्मयोगी ग्राम काॅलोनी में 25 मार्च को हुए सनसनी खेज दोहरे हत्याकांड का खुलसा किया तो एक के बाद एक ऐसे राज खुले कि लोगों ने दांतों तले अंगुली दबाली। शातिर हत्यारे पवन पुत्र वासुदेव निवासी नगला माखन (तालफरा) थाना कुम्हेर जिला भरतपुर ने पहले मगोर्रा क्षेत्र के कस्बा सौख के पून्ना थोक निवासी भीम सिंह पुत्र डूंगर सिंह (42 वर्ष) और उनकी पत्नी भारती देवी (38 वर्ष) से पहले ठगी की, फिर दंपति को कर्मयोगी ग्राम के उस मकान में बुलाया जहां वह किराए पर रह रहा था। इसके बाद नशीला पदार्थ खिलाकर पति पत्नी की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद दोनों शवों को मकान के एक कमरे में छोड कर अपने गांव तालफरा चला गया। शातिर दंपति की हत्या करने के बाद मृतकों के परिजनों के पास सौंख भी पहुंचा और कर्मयोगी ग्राम की गतिविधियों पर भी नजर रखे रहा। शव सडने लगे तो मकान से दो दिन तक बदबू आती रही। इसकी सूचना आसपास के लोगों ने हत्यारोपी पवन को भी दी। इस बीच थाना मगोर्रा में 23 मार्च को दंपति के परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। जिसमें कहा गया था कि 19 मार्च से पति पत्नी दोनों गायब हैं। मकान से बदबू आने की सूचना मिलने पर शातिर हत्यारे ने दोनों शवों को ठिकाने लगाने की योजना बना डाली। मिट्टी का तेल खरीदा और रात के सन्नाटे में मकान में पहुंच कर मिट्टी का तेल डाल कर दोनों शवों को फूंक डाला। मकान से धूंआ उठता देख काॅलोनीवालों ने पुलिस को सूचना दी। कर्मयोगी ग्राम पहुंची पुलिस जब मकान के अंदर घुसी तो मौके पर मौजूद हर कोई सन्न रह गया। पुलिस ने दोनों अधजले शवों को कब्जे में ले लिया। एसएसपी डा.गौरव ग्रोवर खुद मौके पर पहुंचे और दूसरे आलाधिकारियों के साथ घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। फारेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया था। इसके बाद घटना के खुलासे के लिए कई टीमों का गठन करने के साथ ही फील्ड टीम को भी लगा गया। पुलिस ने 25 मार्च को सामने आई सनसनी खेज घटना का 27 मार्च की सुबह पवन को गिरफ्तार कर खुलासा कर दिया।