मैनपुरी। घिरोर विधानसभा और करहल विधानसभा से चुनाव लड़ने के बाद दोनो ही सीटो पर मिली हार के बाद एक बार फिर फिरोजाबाद के दिग्गज सियासतदां ठाकुर जयवीर सिंह का सितारा बुलंदी पर पहुंच गया। 2012 विधानसभा चुनाव के हार के बाद भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व मंत्री 2017 में चुनाव हार गए, लेकिन फिरोजाबाद की सियासत में दबदबा कायम कर लिया।
कांग्रेस से शुरु की थी सियासी पारी, हारे थे पहला चुनाव
पिछली बार फिरोजाबाद जिला पंचायत के इतिहास में पहली बार भाजपा को काबिज कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस बार पुत्रवधू को जिपं अध्यक्ष बनवाया। मैनपुरी सदर सीट से विधायक बनने के बाद कैबिनेट मंत्री बनाए गए। गौरतलव है कि फिरोजाबाद के कस्बा सिरसागंज के रहने वाले ठाकुर जयवीर सिंह ने अपनी सियासी पारी कांग्रेस से शुरू की थी।
तब सिरसागंज मैनपुरी जिले की घिरोर विस का हिस्सा हुआ करता था। 1993 में कांग्रेस से विस चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इसके बाद फिरोजाबाद की राजनीति में कदम बढ़ाए। 1999 में जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष बने और इसके बाद बसपा का दामन थाम लिया। 2002 में घिरोर से विधानसभा का चुनाव 454 वोट से जीते और स्वास्थ्य राज्यमंत्री बने। 2007 में दोबारा चुनाव जीता और स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाए गए।
परिसीमन के बाद बदले हालातों से लगा झटका
2012 में घिरोर विधानसभा खत्म हो गई। जिला की करहल विधानसभा में कुछ हिस्सा चला गया और सिरसागंज को फिरोजाबाद की पांचवीं विस सीट बनाया गया। लगातार दो बार मंत्री रहे जयवीर सिंह बसपा की टिकट पर करहल से और उनके बड़े बेटे अतुल प्रताप सिंह सिरसागंज से चुनाव लड़े और दोनों को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भाजपा में शामिल हो गए।
2017 के बाद शुरू हुई किंग मेकर की भूमिका
2017 में अपने पैतृक जिले फिरोजाबाद की सिरसागंज सीट पर जयवीर सिंह पहली बार भाजपा से चुनाव लड़े। हार का सामना करना पड़ा, लेकिन यहीं से किंगमेकर की भूमिका शुरू हो गई। जिला पंचायत में अविश्वास के बाद भाजपा का अध्यक्ष बनाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई। इतिहास में पहली बार जिपं पर भाजपा काबिज हुई। इसके बाद उनके बेटे अतुल प्रताप सहकारी बैंक के अध्यक्ष बन गए। जिला पंचायत चुनाव आया तो भाजपा ने इनाम दिया और वे पुत्रवधू हर्षिता सुमित प्रताप को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में सफल रहे।
मैनपुरी वापसी से सत्ता में वापसी
इस बार फिरोजाबद के सिरसागंज के सियासी समीकरण बदल गए। सपा के दिग्गज और मुलायम सिंह के समधी हरिओम यादव भाजपा में शामिल हुए तो उन्हें सिरसागंज से टिकट मिला। इसके साथ ही जयवीर सिंह ने मैनपुरी में वापसी की। सपा का गढ़ रही मैनपुरी सदर सीट पर कमल खिलाया तो जयवीर सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया गया।