लखनऊ। राजधानी लखनऊ के ग्रामीण इलाके में 7 महीने पहले हुई दरोगा के पिता की हत्या का खुलासा न होने से पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। शनिवार को शिकायत लेकर ADG जोन बृज भूषण से मिलने पहुंचे पीड़ित परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए। दरोगा की मां बीना का कहना है कि घटना के समय से ही पुलिस आरोपियों को बचाने में जुटी है। एडीजी ने उन्हें जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया।
गोली मारकर की गई हत्या
लखनऊ में माल थाना क्षेत्र के अटारी गांव निवासी द्रवेश त्रिवेदी अयोध्या में सब इंस्पेक्टर हैं। उनके पिता तेज नारायण त्रिवेदी गांव में ही आटा चक्की का कारोबार करते थे। 25 अगस्त, 2021 की रात वह चक्की पर सो रहे थे। रात में उनके सिर में दो गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। गोली चलने की आवाज सुनकर परिजन पहुंचे। खून से लथपथ तेज नारायण को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आकाशीय बिजली के नाम पर पुलिस ने खेला गेम
बीना ने बताया कि घटना की सूचना पाकर पहुंचे तत्कालीन इंस्पेक्टर राम सिंह ने आकाशीय बिजली गिरने से मौत बताकर परिजनों को ही फटकारने लगे। दूसरे दिन पोस्टमार्टम में सिर में गोली लगने की पुष्टि हुई। इसके बाद अधिकारियों के हस्तक्षेप पर मृतक के छोटे बेटे प्रवेश की तहरीर पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई। एडीजी से मिलने पहुंची बीना का कहना है कि तहरीर में जिन पर हत्या का शक जताया गया था, पुलिस ने उनसे साठगांठ कर ली है।